




The Khabar Xpress 29 मार्च 2024। लोकसभा चुनाव की रणभेरी बज गई है। बीकानेर संसदीय क्षेत्र की चुनावी बिसात बिछ चुकी है। आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो चुका है। सांसद और केंद्रीय मंत्री अर्जुनराम मेघवाल और कांग्रेस के गोविंदराम मेघवाल की सीधी टक्कर वाले इस लोकसभा क्षेत्र में दोनों पक्षों ने अपने हथियार आजमाने शुरू कर दिये हैं। गोविंदराम जहां लगातार तीन बार सांसद रहे अर्जुनराम पर बीकानेर लोकसभा क्षेत्र में एक भी काम नहीं करवा पाने का आरोप पर अर्जुनराम ने कहा है ‘काम सांमी पड़िया है, बीं नै दिखै कोनी काईं’।
नामांकन पत्र में तथ्य छुपाने के लगाया आरोप
भाजपा प्रत्याशी अर्जुनराम मेघवाल ने गोविंदराम मेघवाल पर आरोप लगाया गया है कि उन्होंने नामांकन पत्र में दाखिल करते समय तथ्य छिपाये हैं। गोविंदराम ने अपने खिलाफ हुए मुकदमे की जानकारी नहीं दी है। भाजपा नेता विजेन्द्रपालसिंह ने चुनाव आयोग को इसकी शिकायत की है। आरोप लगाया है कि गोविंदराम के खिलाफ बीकानेर के जयनारायण व्यास कॉलोनी थाने में कई आपराधिक मामले लंबित हैं।इन्होंने 27 मार्च को दाखिल किये गए नामांकन पत्र में इनका ब्यौरा नहीं दिया है जो कि निर्वाचन आयोग के नियमों के खिलाफ है। विजेन्द्रपालसिंह ने इस आधार पर गोविंदराम का नामांकन खारिज करने की मांग की है। उनका कहना है कि यह शिकायत बीकानेर निर्वाचन अधिकारी, राज्य निर्वाचन आयोग और केन्द्रीय निर्वाचन आयोग को भेजी है।
भाजपा विधि प्रकोष्ठ संयोजक चतुर्भज सारस्वत ने भी की शिकायत
भाजपा विधि प्रकोष्ठ संयोजक एडवोकेट चतुर्भुज सारस्वत और भाजपा जिला प्रवक्ता एडवोकेट अशोक प्रजापत ने भी जिला निर्वाचन अधिकारी बीकानेर, राज्य निर्वाचन अधिकारी राजस्थान को लिखित में शिकायत की है। इन्होंने आरोप लगाया है कि गोविंदराम मेघवाल ने अपने शपथ पत्र में आपराधिक मामले शून्य होना बताया है। इन भाजपा नेताओं ने खुद गोविंदराम द्वारा हाई कोर्ट में मुकदमों के संबंध में एक आवेदन किये जाने की जानकारी भी दी है। मांग की है कि तथ्य छिपाना निर्वाचन आयोग के नियमों के खिलाफ है इसलिये नामांकन खारिज किया जाये।

