



The Khabar Xpress 18 नवम्बर 2024। टेस्टोस्टेरोन एक हार्मोन है, जिसे मेल हार्मोरन भी कहा जाता है। जैसे-जैसे पुरुषों की उम्र बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे शरीर में कई तरह के हार्मोनों के स्तर में बदलाव आते हैं। ऐसा ही टेस्टोस्टेरोन के स्तर में भी होता है। कहने का मतलब है कि बढ़ती उम्र में पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी आने लगती है। इससे स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। जैसे मांसपेशियों और हड्डियों के वाल्यम में कमी आना, मूड प्रभावित होना, एनर्जी कम महसूस करना आदि। संजीवनी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल श्रीडूंगरगढ़ के फिजिशियन डॉ हिरामनाथ सिद्ध इस बारे में विस्तार से जानकारी दे रहे है।
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उम्र का टेस्टोस्टेरोन पर क्या असर पड़ता है

आमतौर पर टीनेजर्स में सबसे ज्यादा टेस्टोस्टेरोन का स्तर हाई होता है और 30 साल की उम्र के बाद टेस्टोस्टेरोन प्रोडक्शन कम होने लगता है। विशेषज्ञों की मानें, तो हर साल लगभग 1 फीसदी की दर में इसमें गिरावट आने लगती है। यह गिरावट नेचुरल है। लेकिन, इस बात का ध्यान रखें कि अगर गिरावट औसत से ज्यादा है, तो व्यक्ति अपने टेस्टोस्टेरोन के स्तर पर ध्यान देने की जरूरत होती है। वैसे आपको बता दें कि 50 से 60 साल की उम्र कमें पुरुषों में टेस्टोस्टेरोन का स्तर बहुत ज्यादा कम हो जाता है। इसका उसकी ओरव फिजिकल और मेंटल हेल्थ पर असर पड़ता है।
टेस्टोस्टेरोन के स्तर में कमी के लक्षण

उम्र के साथ टेस्टोस्टेरोन में आ रही कमी के कई लक्षण नजर आ सकते हैं-
- मांसपेशियों का कम होना
- वसा का बढ़ना
- हड्डियों का कमज़ोर होना
- ऊर्जा के स्तर में कमी
- थकान महसूस होना
- प्रेरणा की कमी होना
- सेक्स ड्राइव में कमी
- इरेक्टाइल डिस्फंक्शन
- मूड स्विंग
- डिप्रेशन फील होना
टेस्टोस्टेरोन के स्तर की जांच कब करवाएं
अगर व्यक्ति को ऊर्जा बताए गए लक्षण नजर आने लगे, तो उन्हें इसे हल्के में नहीं लेना चाहिए। जरूरी है कि इन लक्षणों के नजर आने पर तुरंत डॉक्टर के पास जाएं और अपने टेस्टोस्टेरोन के स्तर की जांच करवाएं। विशेषकर, उन लोगों को इस बात का ध्यान रखना चाहिए, जिनकी उम्र 40 से अधिक हैं। असल में, 40 की उम्र के बाद पुरुषों को अपने टेस्टोस्टेरोन के स्तर पर विशेष ध्यान रखना चाहिए। अगर ऐसा न हो, तो उन्हें प्रोफेशनल की मदद लेनी चाहिए।
टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम होने पर क्या करें
टेस्टोस्टेरोन के स्तर के स्तर में कमी होने पर आपको यहां बताए गए उपाय अपनाने चाहिए, जैसे-
- नियमित रूप से एक्सरसाइज करें। खासकर, 40 साल की उम्र के बाद परुषों को टेस्टोस्टेरोन बढ़ाने के लिए एक्सरसाइज करनी चाहिए। इसमें हाई इंटेंस और स्ट्रेंथ एक्सरसाइज फायदेमंद हो सकती है।
- अपनी डाइट में प्रोटीन, हेल्दी फैट और साबुत अनाज डाइट में शामिल करें। इन्हें अपने बैलेंस्ड डाइट का हिस्सा बनाएं।
- स्ट्रेस कम से कम लें। स्ट्रेस लेने मोटापा और अन्य हेल्थ कंडीशंस हो सकती हैं, जिससे टेस्टोस्टेरोन का स्तर कम हो सकता है।
- टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए पर्याप्त नींद लेने की भी जरूरत होती है।
- कई बार टेस्टोस्टेरोन के स्तर को बढ़ाने के लिए टेस्टोस्टेरोन रिप्लेसमेंट थेरेपी दी जाती है। ये थेरेपी लक्षणों को दूर करने में मदद कर सकती हैं। हालांकि, इस संबंध में डॉक्टर से संपर्क करना जरूरी होती है।

