



The Khabar Xpress 22 जून 2024। गर्मियां शुरू होते ही शुरू हो जाता है ढेर सारे इन्फेक्शन और एलर्जी का दौर। गर्मियों में पसीने के कारण कई प्रकार की समस्याएं होती हैं, जिससे बेचैनी और दर्द महसूस होता है और ये देखने में भी ये खराब लगता है। साथ ही इससे आत्मविश्वास भी कम होता है। सेहत के साथ ही इस मौसम में स्किन से जुड़ी कई समस्याएं भी लोगों का अपना शिकार बना लेती हैं। ऐसे में जरूरी है कि इन समस्याओं के बारे में जानकारी हो, ताकि इनसे छुटकारा पाने के लिए सही उपाय अपनाए जा सके। आइए जानते हैं गर्मियों में होने वाले स्किन प्रॉब्लम और उनका समाधान-
पसीने की बदबू
गर्मियों में पसीना आने की वजह से अक्सर बदबू की समस्या होने लगती है। पानी में नमक मिला कर नहाने से पसीने की बदबू दूर होती है।
घमौरी
अधिक पसीने के कारण पसीने के डक्ट क्लॉग हो जाते हैं, जिससे पसीना ट्रैप हो जाता है। इससे पसीना डर्मिस और एपिडर्मीस की तरफ वापस चला जाता है, जिससे लाल पैची स्किन हो जाती है जिसे घमौरी कहते हैं। ये पीठ, सीने, गले और अंडरआर्म्स में अधिक होता है। नीम पत्ते का पेस्ट लगा कर नहाने से, चंदन गुलाबजल का पेस्ट लगाने से, मुल्तानी मिट्टी का लेप लगा कर नहाने से घमौरियों से राहत मिलती है। प्रिक्ली हीट पाउडर का इस्तेमाल करने से भी घमौरी को दूर किया जा सकता है।
सन टैन
गर्मियों में चिलचिलाती धूप में कुछ देर के लिए भी निकलने से सनटैन की समस्या हो सकती है। घर से बाहर निकलने से पहले लाइट, नॉन स्टिकी, SPF 50+ वाले सनस्क्रीन का इस्तेमाल जरूर करें। समर हैट, धूप के चश्मे का इस्तेमाल करें और हो सके तो बाहर निकलते समय मुंह ढंक कर निकलें।
ऑयली स्किन
पसीने के कारण स्किन हर समय चिपचिपी और ऑयली हो सकती है। स्किन को एक्सफोलिएट कर के ऑयल निकालने वाले फेसवॉश का इस्तेमाल करें। एलोवेरा फेस जेल लगाएं, जिससे स्किन सॉफ्ट और सपल रहे।
ऑयली स्किन
पसीने के कारण स्किन हर समय चिपचिपी और ऑयली हो सकती है। स्किन को एक्सफोलिएट कर के ऑयल निकालने वाले फेसवॉश का इस्तेमाल करें। एलोवेरा फेस जेल लगाएं, जिससे स्किन सॉफ्ट और सपल रहे।
सन डैमेज
सनटैन में जहां स्किन डार्क हो जाती है, वहीं सन डैमेज में स्किन में हाइपरपिगमेंटेशन होने के साथ स्किन में रेडनेस, जलन और सनबर्न के लक्षण दिखते हैं। यूवी रिएक्शन के कारण सन डैमेज होता है, जिसमें स्किन की बाहरी परत ऐसे केमिकल बनाती है, जो ब्लड वेसल को फैला कर उसमें से फ्लुइड लीक करने पर मजबूर करती है, जिससे रेडनेस और सूजन हो सकती है।
मुंहासे
अधिक पसीना निकलने के कारण स्किन ऑयली हो जाती है, जिसमें मुंहासे होने की संभावना बढ़ जाती है। क्ले चारकोल मास्क या मुल्तानी मिट्टी के लेप से स्किन को सामान्य बनाया जा सकता है और मुंहासे होने से रोका जा सकता है।
फुंसी
गर्मियों में फोड़े फुंसी भी अधिक होने लगते हैं। एलो वेरा जेल और हल्दी का पेस्ट लगाने से इसे कम किया जा सकता है। हालांकि, इसे छ कर खुद से ठीक करने की कोशिश न करें।
ड्राई स्किन
एसी में रहने के कारण या फिर अधिक नहाने के कारण स्किन ड्राई हो सकती है। लाइट वेट मॉइश्चराइजर का इस्तेमाल करें और गर्म पानी से न नहाएं।
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। The Khabar Xpress की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

