



द खबर एक्सप्रेस 06 अक्टूबर 2023। राजस्थान विधानसभा के चुनाव जैसे जैसे नजदीक आ रहे है, वैसे वैसे ही राजनैतिक सरगर्मियां बढ़ रही है। राजस्थान चुनावो को लेकर रोज नई चर्चाये सुनने को मिल रही है। नित नए बनते-बिगड़ते समीकरणों का बाज़ार गर्म है।
माकपा – कांग्रेस का गठबंधन अभी नहीं….
राजनीतिक गलियारों में चर्चा गर्म थी कि माकपा-कांग्रेस का गठबंधन हो रहा है और माकपा द्वारा राजस्थान में कई विधानसभा क्षेत्रों में अपने उम्मीदवार कांग्रेस के साथ समझौते में उतारे जायेंगे। लेकिन इन अफवाहों की हवा माकपा के राज्य सचिव ने किसी भी प्रकार के गठबन्धन ना होने का पत्र जारी कर निकाल दी। माकपा विधायक एवं राज्य सचिव अमराराम ने द खबर एक्सप्रेस से मोबाईल पर वार्ता करते हुए बताया कि हमारी तरफ से किसी भी प्रकार के समझौते की पेशकश नही की गई है। कांग्रेस जनों द्वारा गठबंधन की अफवाहें फैलाई जा रही हैं। अभी तक ऐसा कोई गठबंधन नही हुआ है। माकपा अकेले अपने दम पर चुनाव लड़ेगी।
कांग्रेस-रालोपा गठबंधन सम्भव…
नागौर की पूर्व सांसद ज्योति मिर्धा ने कांग्रेस छोड़ बीजेपी ज्वाइन करने के बाद राजस्थान की सियासत में हलचल पैदा कर दी। उनके बीजेपी में शामिल होने से कई राजनीतिक दलों के सियासी समीकरण पर बड़ा असर पड़ेगा। नागौर, सीकर, झुंझुनू जिले की कई सीटों पर इसका बड़ा असर पड़ सकता है। नागौर जिले में कुल 10 विधान सभा की सीटें हैं। जिनमें से इस बार हनुमान बेनीवाल भाजपा के लिए चुनौती पेश करने में लगे थे। मगर अब ज्योति के भाजपा में आने के बाद से कई सीटों पर समीकरण बदल जाएगा। हनुमान बेनीवाल की राजनीति पर बड़ा असर पड़ सकता है। कांग्रेस के लिए भी मुसीबत खड़ी हो सकती है। नागौर, डेगाना, खींवसर, लाडनूं और मकराना विधान सभा सीट पर बड़ा असर पड़ेगा। इन सीटों पर भाजपा के पास कोई मजबूत चेहरे न होने की वजह से विधानसभा और लोकसभा के लिए परेशानी खड़ी हो रही थी, जो ज्योति मिर्धा के भाजपा में आने के बाद काफी हद तक दूर होती दिख रही है। इन नये समीकरणों ने रालोपा सुप्रीमो हनुमान बेनीवाल को भी नये सिरे से सोचने पर मजबूर कर दिया है। प्रदेश के राजनैतिक गलियारों में चर्चा है कि कांग्रेस और रालोपा में गठबंधन की चर्चा चल रही है। सूत्रों के अनुसार कांग्रेस आलाकमान रालोपा सुप्रीमो से संपर्क किये हुए है और जल्द ही गठबंधन का एलान हो सकता है। गत विधानसभा चुनाव और उपचुनाव में रालोपा ने सरदारशहर और सुजानगढ़ में बेहतरीन प्रदर्शन करके जता दिया था कि उनका वोटबैंक यहाँ मजबूत है। इसके अलावा श्रीडूंगरगढ़ और लूणकरणसर में भी रालोपा द्वारा सीट देने की मांग कांग्रेस से की जा सकती हैं।

