



द खबर एक्सप्रेस 26 सितंबर 2023। राजस्थान के दौरे पर आए पीएम मोदी ने सीधे तौर पर सीएम अशोक गहलोत को निशाने पर ले लिया। पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस के कुशासन से मुक्ति पाने का बिगुल फूंक दिया है। पिछले पांच साल में कांग्रेस की सरकार चलाई है। जीरो नंबर की हकदार है। गहलोत सरकार ने लोगों एवं युवाओं के पांच साल खराब कर दिए। इस बार तय कर लिया है। गहलोत सरकार को हटाएंगे। बीजेपी को लाएंगे। राजस्थान में परिवर्तन होकर रहेगा राजस्थान में मौसम बदल चुका है। पीएम मोदी ने कहा कि जहां गला काटने की घटनाएं हो । कट और कमीशन हो। ऐसे राज्य में निवेश करने के लिए कौन आएगा। इससे पहले पीएम मोदी हेलीकॉप्टर से धानक्या पहुंचे। पीएम मोदी ने धानक्या में पंडित दीनदयाल उपाध्याय स्मृति स्थल पर पुष्पांजलि अर्पित की। पुष्पांजलि कार्यक्रम के बाद हेलीकॉप्टर से रवाना होकर सभा स्थल पहुंचे।
मंच पर मौजूद वसुंधरा राजे सिंधिया ने नही दिया भाषण
जयपुर में आयोजित जनसभा में पूर्व सीएम वसुंधरा राजे का भाषण नहीं होना प्रदेश की सियासत में चर्चा का विषय बना हुआ है। सियासी जानकार इसके अलग-अलग सियासी मायने निकाल रहे हैं। राजनीतिक विश्लेषक इसे बीजेपी की गुटबाजी से जोड़कर देख रहे हैं। दरअसल, सीएम फेस नहीं बनाए जाने से वसुंधरा राजे नाराज बताई जा रहीं है । राजे समर्थक खुलकर विरोध जता रहे हैं। चर्चा है कि पीएम मोदी गुटबाजी से नाराज है। पीएम मोदी ने अपने भाषण में भी इसके संकेत दिए है। पीएम मोदी ने सीएम फेस को लेकर साफ कर दिया है कि हमारी पहचान और शार सिर्फ कमल का फूल है। मोदी का इशारा वसुंधरा राजे की तरफ माना जा रहा है।
क्या वसुंधरा राजे साइडलाइन है…?
मोदी के सभास्थल से आने से पहले ही नेता राजेंद्र सिंह राठौड़, सतीश पूनिया, केंद्रीय मंत्री गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, कैलाश चौधरी, किरोड़ी लाल मीना और दीया कुमारी सहित कई दिग्गज नेताओं के भाषण कराए गए। लेकिन तब वहां पूर्व सीएम वसुंधरा राजे मौजूद नहीं थी । जब पीएम मोदी मंच पर पहुंचे तब वसुंधरा राजे दिखाई दी। लेकिन पीएम मोदी के आने के बाद केवल बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष सीपी जोशी ही मंच पर भाषण देते हुए दिखाई दिए। ऐसे में राजनीतिक गलियारों में चर्चा है कि बीजेपी वसुंधरा राजे को साइडलाइन क्यों कर रही है।
दीया कुमारी की बढ़ती सक्रियता
एक चेहरे की मजूबती नहीं बल्कि सबकों तवज्जो का मैसेज दिया है। यही वजह है कि मंच प्रमुख तौर पर किसी एक नेता को भाषण देने की पूरी तवज्जो नहीं मिली है। वसुंधरा राजे के बाद राजस्थान की मजबूती किसके कंधों पर होगी। ऐसे में कतार में खड़े दूसरी श्रेणी के नेता गजेंद्र सिंह शेखावत, अर्जुन मेघवाल, राजेंद्र सिंह राठौड़, दीया कुमारी, सतीश पूनिया और बीजेपी के प्रदेश अध्यक्ष सतीश पूनिया का नाम भी शामिल हो गया है। सियासी जानकारों का कहना है कि चुनावी साल में दीया कुमारी की बढ़ती भूमिका पार्टी में उनके बढ़ते कद की इशारा कर रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी की सभा के लिए श्रीडूंगरगढ़ से पहुंचे भाजपा नेता…
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी की इस परिवर्तन सभा मे श्रीडूंगरगढ़ से भी भाजपा नेता पहुंचे। श्रीडूंगरगढ़ से भाजपा देहात जिलाध्यक्ष ताराचन्द सारस्वत, रामगोपाल सुथार, पूर्व चेयरमैन प्रतिनिधि नारायण मोट, भाजपा नेत्री लकेश चौधरी, पूर्व प्रधान छेलूसिंह शेखावत, हेमनाथ जाखड़, भाजपा नेता बृजलाल तावणियाँ, शिवप्रसाद तावणियाँ, कुम्भनाथ सिद्ध, बिग्गा सरपंच जसवीर सारण, बद्री ब्लास्टर, महिला जिलाध्यक्ष कुसुम सारस्वत, विनीता सारस्वत, मोमासर मण्डल अध्यक्ष शिव जोशी, विक्रमसिंह सत्तासर सहित अनेक भाजपा नेता जयपुर पहुंचे।




