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फेफड़े रहेंगे स्वस्थ और मजबूत, दूर होंगी सांस की बीमारियां, जानिए इसका सबसे आसान उपाय

Published on: September 19, 2023

द खबर एक्सप्रेस 19 सितंबर 2023।

हमारे शरीर को स्वस्थ रहने के लिए निरंतर पर्याप्त मात्रा में ऑक्सीजन की आवश्यकता होती है और इसके लिए जरूरी है कि आपके फेफड़े बेहतर तरीके से काम करते रहें। हालांकि शोधकर्ता बताते हैं, लाइफस्टाइल, पर्यावरणीय और आहार से संबंधित समस्याओं के कारण पिछले एक दशक में फेफड़ों से संबंधित कई प्रकार की बीमारियों का जोखिम काफी बढ़ गया है।

अध्ययनकर्ताओं ने पाया कि कोरोना महामारी के कारण भी इस अंग पर कई प्रकार से नकारात्मक असर देखा गया है, सभी लोगों को इसे स्वस्थ रखने के लिए निरंतर प्रयास करते रहने की आवश्यकता होती है।

फेफड़ों को कैसे स्वस्थ रखा जा सकता है इस बारे में किए गए शोध में वैज्ञानिकों ने पाया कि आहार में कुछ प्रकार की सब्जियों को शामिल करना फेफड़ों की सेहत के लिए काफी लाभकारी हो सकता है। ब्रोकली और केल जैसी सब्जियां न केवल अपने फाइबर के लिए दुनियाभर में पसंद की जाती रही हैं, साथ ही उनमें कुछ ऐसे तत्वों के बारे में भी पता चला है जो फेफड़ों के संक्रमण को कम करने में भी आपके लिए मददगार हो सकती हैं।

फेफड़ों को स्वस्थ रखेंगी कुछ सब्जियां

नेचर जर्नल में प्रकाशित अध्ययन के अनुसार, आहार में कुछ प्रकार की सब्जियों को शामिल करके न सिर्फ फेफड़ों को स्वस्थ रखा जा सकता है, साथ ही पहले से ही मौजूद कई बीमारियों के जोखिमों को भी कम करने में इसके लाभ हो सकते हैं।

लंदन के फ्रांसिस क्रिक इंस्टीट्यूट के वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि क्रूसिफेरस फैमिली के साग और सब्जियों में कुछ यौगिक, उन प्रोटीन को बढ़ावा दे सकते हैं जो आंत और फेफड़ों को स्वस्थ रखने के लिए जरूरी हैं।

क्रूसिफेरस फैमिली वाली सब्जियां काफी लाभकारी

शोधकर्ताओं ने बताया, जब हम इन पत्तेदार सब्जियों, पत्तागोभी या फूलगोभी और अन्य क्रूसिफेरस खाद्य पदार्थों का सेवन करते हैं, तो ये हमारे फेफड़ों की रक्त वाहिकाओं में पाए जाने वाले एरिल हाइड्रोकार्बन रिसेप्टर (एएचआर) नामक प्रोटीन को संकेत भेजते हैं। यह हमारे फेफड़ों में एक स्वस्थ वातावरण सुनिश्चित करता है, जो आंतरिक सिस्टम को स्वस्थ रखने के साथ बाहरी संक्रमण के जोखिमों से सुरक्षा देने में लाभकारी हो सकता है।

अध्ययन में क्या पता चला…?

शोधकर्ताओं ने फ्लू वायरस से चूहों को संक्रमित करके इसका परीक्षण किया और पाया कि क्रूसिफेरस यौगिकों से भरपूर आहार लेने वालों के फेफड़ों को कम नुकसान हुआ। एएचआर ने फेफड़ों की रुकावट को लीक होने से रोकने में मदद की, जिससे फेफड़ों में संक्रमण का जोखिम कम हो गया।

इंपीरियल कॉलेज में संक्रामक रोग विशेषज्ञ डॉ जॉन ट्रेगोनिंग कहते हैं, यह अध्ययन महत्वपूर्ण है क्योंकि हमें जानने को मिला है कि किस तरह से हम फेफड़ों की कोशिकाओं को वायरल संक्रमण के बाद होने वाली क्षति से बचा सकते हैं।

क्या कहते हैं शोधकर्ता…?

क्लीवलैंड क्लीनिक में क्रिटिकल केयर और पल्मोनरी मेडिसिन विशेषज्ञ, जोसेफ खब्बाजा कहते हैं, अध्ययन के निष्कर्षों में पल्मोनरी और फेफड़ों की बीमारियों को कम करने में सब्जियों की भूमिका के बारे में पता चलता है। वायुमार्ग में तरल पदार्थ का रिसाव होने से मरीजों को वेंटिलेटर पर रखना पड़ता है, हम इस तरह के जोखिमों को काफी हद तक कम कर सकते हैं। 

खब्बाजा कहते हैं, जिन लोगों का आहार स्वस्थ नहीं है उनमें कई प्रकार की इंफ्लामेटरी बीमारियों का खतरा अधिक हो सकता है, इस अध्ययन से पता चलता है कि बीमार होने से पहले स्वस्थ रहना और बीमार पड़ने पर स्वस्थ व्यवहार करना महत्वपूर्ण है।

संबंधित बीमारी या समस्या के बारे में अधिक जानकारी के लिए अपने डॉक्टर से परामर्श लें।

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