



द खबर एक्सप्रेस 18 सितंबर 2023। राजस्थान में इस बार भाजपा के बागी नेताओं को बगावत भारी पड़ सकती है। भाजपा आगामी राजस्थान विधानसभा चुनाव से पहले अपने बागी विधायकों को तवज्जो देने के मूड में नहीं है। केंद्रीय कानून मंत्री अर्जुन राम मेघवाल पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाने वाले वरिष्ठ विधायक कैलाश मेघवाल को सस्पेंड कर भाजपा नेतृत्व ने कड़ा संदेश दिया है। राजस्थान में साल के आखिर में चुनाव होने हैं।
89 वर्षीय कैलाश मेघवाल छह बार विधायक और तीन बार लोकसभा सदस्य रहे हैं। वह 2003 में केंद्रीय राज्य मंत्री भी थे। पार्टी सूत्रों ने बताया कि मेघवाल के नाम पर इस बार टिकट के लिए विचार किए जाने की संभावना नहीं है और वह काफी समय से पार्टी के खिलाफ बोल रहे हैं।
द इकॉनोमिक टाइम्स की रिपोर्ट के मुताबिक, एक अन्य भाजपा नेता और सूरसागर से विधायक 85 वर्षीय सूर्यकांत व्यास भी पार्टी की जांच के दायरे में हैं, क्योंकि उन्होंने हाल ही में राजस्थान के मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की प्रशंसा की थी और उनकी तुलना पुराने राजाओं से की थी। पांच बार के विधायक व्यास पहले भी गहलोत की तारीफ करते रहे हैं और उनसे मिलते रहे हैं।
केंद्रीय मंत्री गजेंद्र शेखावत ने शनिवार को राजस्थान में मीडियाकर्मियों से कहा, “एक बार जब लोग बड़े हो जाते हैं, तो वे एक बच्चे की तरह व्यवहार करना शुरू कर देते हैं।”
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा नेतृत्व ने विधायकों को निर्देश दिया है कि वे पार्टी के खिलाफ या कांग्रेस सरकार के पक्ष में बोलते समय सावधानी बरतें क्योंकि यह विधानसभा चुनाव में टिकट कटने का कारण बन सकता है। सूत्रों ने बताया कि व्यास अब अपने बेटे के लिए टिकट चाहते हैं और पार्टी ने इस पर कोई फैसला नहीं किया है। बीजेपी ने राजस्थान की लगभग 50 सीटों पर उम्मीदवारों की सूची तैयार कर ली है। पार्टी 25 सितंबर को पीएम मोदी की रैली के दौरान एक भव्य कार्यक्रम की योजना बना रही है। कार्यक्रम के बाद सीईसी की बैठक हो सकती है और उसके बाद उम्मीदवारों की पहली सूची जारी होने की संभावना है।

