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औषधीय गुणों से भरपूर होती है शतावरी, जानें इस जड़ी-बूटी के फायदे-नुकसान और सेवन के तरीके

Published on: August 31, 2024

The Khabar Xpress 31 अगस्त 2024। कई ऐसी जड़ी-बूटियां हैं जिनका इस्तेमाल वर्षों से आयुर्वेदिक दवाइयां बनाने में किया जाता रहा है। ये जड़ी-बूटियां हमारे स्वास्थ्य के लिए वरदान साबित हुई हैं; इनमें से एक है शतावरी। आइए जानते हैं शतावरी क्या है ? शतावरी को आमतौर पर शतावर के नाम से जाना जाता है। अंग्रेजी में इसे एस्पेरेगस के नाम से जाना जाता है।

इसका वैज्ञानिक नाम एस्पेरेगस रेसिमोसस है। शतावरी बेल या झाड़ के रूप में पाई जाने वाली जड़ी-बूटी है। इसकी लताएं फैलने वाली और झाड़ीदार होती हैं। एक-एक पेड़ के नीचे 100 या इससे ज्यादा जड़े होती हैं। यह जड़े लगभग 30 से 100 सेंटीमीटर लंबी और 1 से 2 सेंटीमीटर मोटी होती है। जड़ के दोनों सिरे नुकीले होते हैं। इस जड़ के ऊपर भूरे रंग का छिलका होता है। इसको हटाने पर दूध जैसी सफेद जड़े निकलती हैं। जड़ों के बीच में कठोर रेशा होता है जो गीला, सूखा दोनों अवस्था में निकाला जा सकता है।

शतावरी खाने के फायदे-

  • आयुर्वेद के अनुसार, शतावरी जड़ी-बूटी औषधीय गुणों से भरपूर होती है। यह सेहत के लिए बेहद फायदेमंद होती है। खासकर, शतावरी को महिलाओं के लिए लाभदायक माना जाता है। डॉ. श्रेय बताते हैं कि शतावरी में एस्ट्रोजन अधिक मात्रा में पाया जाता है। अगर किसी महिला के शरीर में एस्ट्रोजन हार्मोन का स्तर कम है, तो वह शतावरी का सेवन कर सकती है।
  • शतावरी का सेवन करने से ब्रेस्ट मिल्क का उत्पादन बढ़ता है। डिलीवरी के बाद महिलाओं के लिए इसका सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। अगर बच्चे के लिए पर्याप्त ब्रेस्ट मिल्क नहीं हो पा रहा है, तो आप शतावरी का सेवन जरूर करें। इससे स्तनों में दूध का उत्पादन बढ़ेगा और बच्चे को पर्याप्त दूध मिल पाएगा।
  • शतावरी गर्भाशय से जुड़ी समस्याओं में भी फायदेमंद होती है। अगर आप गर्भाशय से संबंधित किसी समस्या से परेशान हैं, तो शतावरी का सेवन कर सकते हैं। यह महिलाओं से जुड़ी समस्याओं को दूर करती है। 
  • अगर आप अंडरवेट है और वजन बढ़ाना चाहते हैं, तो भी शतावरी का सेवन करना फायदेमंद होता है। शतावरी वेट गेन में मदद करती है। हालांकि, वेट गेन के लिए आपको आयुर्वेदाचार्य की सलाह पर ही इसका सेवन करना चाहिए।

क्या पुरुष शतावरी का सेवन कर सकते हैं ?

आर्युवेद विशेषज्ञ बताते हैं, “जी हां, पुरुष भी शतावरी जड़ी-बूटी का सेवन कर सकते हैं। लेकिन, पुरुषों को अधिक मात्रा में शतावरी लेने से बचना चाहिए। अगर आप शतावरी लेना चाहते हैं, तो अश्वगंधा के साथ मिलाकर ले सकते हैं। अश्वगंधा के साथ, शतावरी मिलाकर लेने से बेहद फायदे मिलते हैं।”

शतावरी कौन-सी बीमारी में काम आती है?

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं, “आयुर्वेद में शतावरी का उपयोग, गर्भाशय से जुड़े रोगों में किया जाता है। इसके अलावा, जिन लोगों को पर्याप्त ब्रेस्ट मिल्क नहीं बनता है, उनके लिए शतावरी फायदेमंद होती हैं। शतावरी में एंटी-वायरल गुण होते हैं, जो वायरल संक्रमण से बचाव करते हैं।”

शतावरी के नुकसान-

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं, “वैसे तो शतावरी का कोई नुकसान नहीं है। लेकिन, अगर आपका वजन अधिक है, तो शतावरी का ज्यादा मात्रा में सेवन करने से बचना चाहिए। दरअसल, शतावरी वजन बढ़ा सकती है। इसलिए जिन लोगों को वजन कम रखता है, उन्हें इसका सेवन करने से बचना चाहिए।”

shatavari

शतावरी की तासीर क्या होती है ?

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं कि शतावरी की तासीर न ही बेहद गर्म होती है, न ही बेहद ठंडी होती है। हालांकि, शतावरी का सेवन गर्मियों में करने से बचना चाहिए। सर्दियों में शतावरी का सेवन करना फायदेमंद हो सकता है। 

क्या शतावरी खाने से ब्रेस्ट साइज बढ़ता है?

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं, “शतावरी में एस्ट्रोजन का स्तर अधिक होता है। इसलिए शतावरी खाने से ब्रेस्ट साइज बढ़ सकता है। ब्रेस्ट साइज बढ़ाने के लिए आपको शतावरी के साथ ही, अपनी डाइट का भी खास ख्याल रखना चाहिए।”

शतावरी को कितने दिन तक खाना चाहिए?

आयुर्वेदाचार्य बताते हैं, “शतावरी का सेवन 3-6 महीने तक किया जा सकता है। इसके बाद, कुछ समय तक शतावरी का सेवन न करें। आप चाहें तो फिर दोबारा इसका सेवन करना शुरू कर सकते हैं।”

शतावरी का सेवन कितनी मात्रा में करना चाहिए?

आयुर्वेदाचार्य के अनुसार अगर आपको वजन बढ़ाना है, तो आप रोजाना 3-4 ग्राम शतावरी ले सकते हैं। लेकिन अगर आप पहले ही ओवरवेट है, तो 1-2 ग्राम से ज्यादा शतावरी का सेवन न करें।

क्या शतावरी और अश्वगंधा को मिलाकर खा सकते हैं? 

आयुर्वेदिक चिकित्सकों के अनुसार शतावरी और अश्वगंधा को एक साथ मिलाकर खाना बेहद फायदेमंद होता है। आप शतावरी और अश्वगंधा को मिलाकर खा सकते हैं। शतावरी और अश्वगंधा का मिश्रण टॉनिक का काम करता हैं। 

क्या शतावरी को दूध के साथ ले सकते हैं?

जी हां, शतावरी को दूध के साथ ले सकते हैं। शतावरी को दूध के साथ लेना फायदेमंद होता है। आप एक गिलास गुनगुने दूध में, शतावरी पाउडर मिलाकर रात के समय ले सकते हैं। 

आयुर्वेद में शतावरी का सेवन सेहत के लिए फायदेमंद है। यह औषधीय गुणों से भरपूर होती है। यह गर्भाशय से जुड़ी समस्याएं दूर करने में मदद करती है। साथ ही, ब्रेस्ट मिल्क के उत्पादन को भी बढ़ाती है। लेकिन इसके सेवन के कुछ दुष्प्रभाव भी हैं, इसलिए इसका सेवन सही मात्रा में ही करें। शतावरी का सेवन करने से पहले आयुर्वेदिक डॉक्टर से परामर्श जरूर कर लें

ये भी पढ़े:- लाइलाज नहीं है हेपेटाइटिस, जानिए कैसे किया जा सकता है इसका समय रहते उपचार

Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। The Khabar Xpress की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है। 

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