



द खबर एक्सप्रेस 18 अक्टूबर 2023। राजस्थान में गहलोत के मंत्रियों के टिकट काटे जाने पर विराम लग गया है। सूत्रों के अनुसार गहलोत के मंत्रियों को अभयदान मिल गया है। कुछ एक-दो नाम को छोड़कर सभी मंत्रियों को टिकट दिया जाएगा। सीएम गहलोत ने स्क्रीनिंग कमेटी की बैठक में मंत्रियों और विधायकों के टिकट नहीं काटने की पैरवी की। इसके बाद आज सीईसी की बैठक में नामों को हरी झंडी दे दी गई है। उम्मीदवारों को लेकर दिल्ली में कांग्रेस की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की बैठक में 60 से ज्यादा नामों पर सहमति बन गई है। लिस्ट भी जारी हो सकती है। बाकी 140 सीटों पर कांग्रेस इलेक्शन कमेटी में मंथन चल रहा है। पार्टी शुरुआत में पहली सूची में अगर गैर विवादित सीटों पर प्रत्याशी उतारती है तो ऐसे में इन सीटों पर सिंगल नाम तय माना जा रहा है। जिन 80 सीटों पर कांग्रेस या कांग्रेस के समर्थित निर्दलीय विधायक नहीं है वहां पर 50 फीसदी से ज्यादा टिकट बदले जाने की पूरी संभावना है। करीब 60 नाम ऐसे हैं, जिन पर सिंगल कैंडिडेट लगभग तय हो चुका है। फिलहाल मीटिंग जारी है।
गहलोत मंत्रियों के टिकट काटने के पक्ष में नहीं
चर्चा है कि सीएम अशोक गहलोत मंत्रियों और विधायकों के टिकट काटने के पक्ष में नहीं है। मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने सिटिंग-गेटिंग का फार्मूला मजबूती के साथ रख दिया है। ऐसे में अब तक जहां कहा जा रहा था कि राजस्थान में करीब 50 फीसदी टिकट वर्तमान विधायकों के काटे जा सकते हैं, वह फार्मूला अब सिटिंग-गेटिंग यानी ज्यादातर वर्तमान विधायकों को फिर से टिकट देने में तब्दील हो सकता है। क्योंकि मुख्यमंत्री अशोक गहलोत वर्तमान विधायकों के टिकट नहीं काटने के पक्ष में हैं, जिन्हें डोटासरा और रंधावा का भी समर्थन है। हालांकि, सचिन पायलट समर्थक माने जाने वाले विधायकों को लेकर संशय बना हुआ है। सचिन पायलट समर्थित 19 विधायक ने 2020 में बगावत की थी। ऐसे में पायलट समर्थकों के टिकट कटते हैं तो उनके स्थान पर पायलट के पंसद के व्यक्ति को ही उम्मीदवार बनाया जाएगा। इससे बगावत का खतरा नहीं रहेगा।
पहली लिस्ट में गहलोत – पायलट
पहली लिस्ट में बिना विवाद वाली सीटों पर उम्मीदवार तय हो जाएंगे। पहली लिस्ट में सीएम अशोक गहलोत, प्रदेशाध्यक्ष गोविंद सिंह डोटासरा, सचिन पायलट और मंत्रियों के नाम हैं। लगातार जीत रहे नेताओं के नाम भी पहली लिस्ट में हैं। कांग्रेस पार्टी की सेंट्रल इलेक्शन कमेटी की राजस्थान को लेकर हो रही बैठक में सोनिया गांधी, कांग्रेस पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, प्रदेश अध्यक्ष गोविंद डोटासरा, प्रभारी सुखजिंद्र सिंह रंधावा, गौरव गोगोई, केसी वेणुगोपाल, अजय माकन, सलमान खुर्शीद, अमृता धवन, काजी निजामुद्दीन और केएल पूनिया मौजूद हैं।

