The Khabar Xpress 02 मई 2025। लिबास बदलने से फ़ितरत नहीं बदला करती प्यारे,
सांप जहरीला ही रहेगा बेशक हज़ार केंचुली उतारे – बशर की लिखी ये शायरी श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका पर सटीक बैठती है। श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका पर भ्रष्टाचार के आरोप लगते ही रहते है। अब तो हालात ये है कि अगर किसी दिन कोई नेक नियति की खबर भी नगरपालिका से आती है तो आमजन के विश्वास करना मुश्किल हो जाता है। राजस्थान की कांग्रेस सरकार के वक़्त जब भ्रष्टाचार के आरोप श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका पर लगाये जाते रहे थे तब ये बहाना बनाया जाता कि राज के कर्मचारियों द्वारा शह प्राप्त होने के कारण भ्रष्टाचार पर लगाम नहीं है। विधानसभा चुनावों में श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत द्वारा कस्बे में प्रचार के वक़्त हर नुक्कड़ सभा मे इस मुद्दे को जोर शोर से उठाया गया था और राज बदलते ही श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका की कार्यप्रणाली भी बदलने का वादा किया था। लेकिन आज राजस्थान में भाजपा सरकार के 16 महीनों बाद भी नगरपालिका की स्थिति में कोई सुधार होता नहीं दिखाई दे रहा।
गहलोत सरकार के पट्टा अभियान में बनाये गए अवैध पट्टों पर आजतक कोई कार्यवाही नहीं की गई तो आज भी नगरपालिका की बेशकीमती जमीनों पर भूमाफियाओं की गिद्ध नजर गड़ी हुई है और स्थानीय प्रशासन इन पर रोक लगाने में असक्षम सिद्ध हुई है।
पार्षद ने लगाये भ्रष्टाचार के आरोप, जांच की मांग की
श्रीडूंगरगढ़ की इसी भ्रष्टाचार परम्परा को कायम रखते हुए वर्तमान नगरपालिका पर कस्बे के युवा पार्षद ललित कुमार सारस्वत ने आरोप लगाया है कि नगरपालिका क्षेत्र में पुर्व में हो रखे निर्माण कार्यों की निविदा निकाल कर अवैध रूप से भुगतान उठाया जा रहा है। पार्षद सारस्वत ने बीकानेर के जिला कलेक्टर को पत्र लिखते हुए बताया कि श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका द्वारा 22 अप्रेल 2025 को 16 निर्माण कार्यों की एक निविदा व 4 कार्यों की एक निविदा यानि कुल दो निविदा निकाली गयी। ये दोनो निविदा एक ही दिन में निकाली गयी है। इन दोनो निविदाओं के काम लगभग 75 लाख रूपये के है। पार्षद ने बताया कि नगरपालिका श्रीडूंगरगढ़ द्वारा जिन कार्यों की दो निविदा निकाली गयी है, उन सभी कामों का बहुत पहले से ही निर्माण कार्य हो चुका है। पहले से ही हो रखे कामों की निविदायें निकालने से साफ दिख रहा है कि नगरपालिका के अधिकारी भ्रष्टाचार कर सरकारी धन का गबन करने की फिराक में है। पार्षद ने पत्र में लिखा है कि ये दोनों निविदाएं 30 अप्रेल को खोली जाएगी और पहले से हो रखे कार्यो का भुगतान उठा लिया जायेगा।
पार्षद ने सीधे शब्दो मे आरोप लगाया है कि श्रीडूंगरगढ़ नगरपालिका में पिछले काफी समय से अधिशाषी अधिकारी राजनैतिक शह के कारण ऐसा ही करते आ रहे है, जो भ्रष्टाचार कर सरकारी धन का गबन कर रहे है।
पार्षद ने जिला कलेक्टर सहित स्वायत शासन मंत्री झाबरसिंह खर्रा, एंटी करप्शन ब्यूरो जयपुर, संभागीय आयुक्त बीकानेर को पत्र लिखकर मांग की है कि जिन कामों के लिए निविदा निकाली गयी है उन सभी कामों की जल्द से जल्द जांच करवाकर इस भ्रष्टाचार के खेल को उजागर कर सम्बन्धित दोषी अधिकारी/कर्मचारियों के खिलाफ सख्त से सख्त विभागिय कार्यवाही की जाए ताकि होने वाले भ्रष्टाचार को रोककर सरकारी धन को बचाया जा सके तथा भविष्य में दुबारा ऐसी पुनरावृति होने से रोका जा सके।
देखे निविदाओं की मूल प्रति-

