The Khabar Xpress 28 अक्टूबर 2024। बीकानेर में रविवार को कृषि विभाग की कार्यवाही में एक बड़े नकली डीएपी बनाने वाले गोदाम पर छापा मारा गया। मयूर विहार स्थित इस गोदाम में लाखो रुपयों की नकली डीएपी का जखीरा बरामद हुआ। ये डीएपी का महाघोटाला हो सकता है।
कल रविवार को हुई बड़ी कार्यवाही में संयुक्त निदेशक (कृषि) कैलाश चौधरी के नेतृत्व में सहायक निदेशक भैराराम गोदारा, सुभाष विश्नोई, महेन्द्र प्रताप, ओमप्रकाश तर्ड, धन्ना राम बेरड़, मुकेश गहलोत, प्रदीप चौधरी सहित कृषि विभागीय टीम ने मयूर विहार कॉलोनी में अवैध गोदाम से नकली डीएपी व अन्य के 305 कट्टों का जखीरा पकड़ा। अवैध रूप से संचालित हो रहे इस गोदाम में इनके साथ मोलासेज पोटाश के 50 बैग, सागारिका के 3 बैग और 1900 खाली बैग के साथ दो सिलाई मशीन से पैकेज करते 10 श्रमिकों को भी पकड़ा गया था। यह अवैध गोदाम प्लॉट बी-53 दयाल दान मकान मालिक के नाम से है। सूचना मिली कि इस गोदाम को किराये पर निकित लाम्बा पुत्र सत्यवीरसिंह लाम्बा, हम्मीर बास झुन्झुनू को दिया गया है। लाम्बा द्वारा नकली डीएपी व अन्य सामग्री का यहां अवैध भंडारण व पैकेजिंग कार्य किया जा रहा था। श्रमिक परविन्द्र ने बताया कि कार्यवाही के दौरान अजय नाम का व्यक्ति मौके से भाग निकला। मौके पर बरामद नकली डीएपी व अन्य के कट्टे टीम द्वारा सीज किए गए हैं। इसके अतिरिक्त 1900 थैले मौके से खाली भी बरामद हुए हैं। कृभको के 13 नकली छपे हूए कट्टों व केआर फर्टीलाईजर के 53 खुद के रा मेटेरियल के 1900 कट्टों में भण्डारण किया जा रहा था।

निकित लाम्बा है इफको एरिया मैनेजर विजयसिंह लाम्बा का रिश्तेदार, इफको में है संविदाकर्मी, चाचा-भतीजा की मिली भगत का अंदेशा
इफको के बीकानेर एरिया मैनेजर विजयसिंह लाम्बा से फोन पर हुई वार्ता में पता चला है कि जिस निकित लाम्बा का ये किराये का गोदाम बताया जा रहा है वो उनका रिश्तेदार है। जबकि सूत्रों के मुताबिक निकित लांबा विजयसिंह लाम्बा का भतीजा है और उसे इफको में संविदाकर्मी भी लगवाया हुआ है। जिस प्रकार विजयसिंह लाम्बा द्वारा अपने रिश्ते को छुपाया जा रहा है कहीं ऐसा तो नहीं है कि चाचा-भतीजे की मिलीभगत ने ही इस बड़ी वारदात को अंजाम दिया हो। मौके से फरार अजय नामक व्यक्ति के भी एरिया मैनेजर के रिश्तेदार होने की जानकारी सामने आ रही है।
इफको द्वारा सप्लाई हुई डीएपी की हो जांच- विधायक ताराचंद सारस्वत
जिस प्रकार का बड़ा जखीरा कृषि विभाग को प्राप्त हुआ है उससे ये सहज ही अंदाजा लगाया जा सकता है कि पूरे बीकानेर क्षेत्र में इसकी सप्लाई की जानी थी। श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचंद सारस्वत ने बताया कि सप्लाई हुए सभी सामान की विभागीय स्तर की जांच की जाए, इनके सेम्पल लिए जाए और दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिये। विधायक सारस्वत ने इसे किसानों के हितों पर कुठाराघात बताया है। विधायक सारस्वत ने इस घोटाले में शामिल सभी अपराधियों के खिलाफ कड़ी कार्यवाही करने की बात कही।
श्रीडूंगरगढ़ की इन दुकानों में होती है सप्लाई
इफको द्वारा श्रीडूंगरगढ़ के प्रेम एग्री क्लीनीक एस, आरजे जाखड एफपीओ, श्री बालाजी एग्रोएजेंसी सहित लिखमीसर, बाधनु, मोमासर और आडसर में इनकी सप्लाई होती है। कृषि विभाग किसानों के पास डीएपी पहुंचने से पहले ही इन दुकानों से डीएपी की सेम्पलिंग एकत्रित कर जांच करे। ऐसा अनुमान हैं कि इस गिरोह द्वारा देर होने पर द्वारा नकली डीएपी को गायब भी किया जा सकता है।
