The Khabar Xpress 07 अक्टूबर 2024। काली मिर्च एक विशेष भारतीय मसाला है। जिसका इस्तेमाल सालों से अलग-अलग प्रकार के व्यंजनों में स्वाद एवं फ्लेवर जोड़ने के लिए किया जा रहा है। काली मिर्च में कई महत्वपूर्ण पोषक तत्व सहित औषधीय गुण पाए जाते हैं, जो इसे आपकी सेहत के लिए बेहद खास बनाते हैं। कहीं ऐसी आयुर्वेदिक दवाइयां हैं, जिनमें काली मिर्च का इस्तेमाल किया जाता है। यहां हम काली मिर्च के अन्य फायदों के साथ इसे खाली पेट चबाने के बारे में बात कर रहे हैं।
मेरी दादी रोजाना तीन से चार काली मिर्च चबाती हैं। दादी को काली मिर्च के छोटे दानों पर पूरा भरोसा है। असल में उन्हें इस उम्र में भी डायबिटीज, ब्लड प्रेशर की शिकायत नहीं है, यहां तक की पाचन संबंधी समस्याएं भी उन्हें जल्दी परेशान नहीं करती। दादी को इतने सालों से इसे खाता देख, मैंने सोचा क्यों न मैं भी इसे ट्राई करूं। अब मैं भी काली मिर्च के 2 से 3 दानों को रोजाना चबाकर पानी के साथ लेती हूं। कुछ दिनों में ही मुझे अपने शरीर में कई बदलाव नजर आए। जैसे की पाचन संबंधी समस्याएं कम होने लगी, साथ ही एक्ने पिंपल निकलना भी काम हो गए। वहीं सर्दी खांसी जैसे संक्रमण भी जल्दी प्रभावित नहीं करते।
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जानें सेहत के लिए काली मिर्च के फायदे
1. पाचनतंत्र एवं आंतों के लिए फायदेमंद
काली मिर्च आपके पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड को उत्तेजित करने में मदद करती है, ताकि आप अपने द्वारा खाए जाने वाले खाद्य पदार्थों को पूरी तरह से पचा सकें और उनमें मौजूद पोषक तत्व बेहतर तरीके से अवशोषित हो सकें (black pepper on an empty stomach)। इसमें कार्मिनेटिव गुण होते हैं, जो आपकी आंतों में असुविधा और गैस के निर्माण को कम करने में मदद करते हैं।
2. एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर
काली मिर्च में पाया जाने वाला प्लांट कंपाउंड पिपेरिन, में बेहद प्रभावी एंटीऑक्सीडेंट की गुणवत्ता पाई जाती है। बॉडी में फ्री रेडिकल्स का निर्माण होता है, जो अस्थिर अणु है और सेल्स को नुकसान पहुंचा सकते हैं। शरीर में फ्री रेडिकल्स के बढ़ते डैमेज की वजह से गंभीर स्वास्थ्य समस्याएं हो सकती हैं, जिनमें सूजन संबंधी बीमारियां, हृदय रोग और कुछ कैंसर शामिल हैं। इस प्रकार एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर काली मिर्च का सेवन आपके शरीर को फ्री रेडिकल्स के प्रभाव से बचाता है।

3. गुड कोलेस्ट्रॉल का स्रोत
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा प्रकाशित अध्ययन के अनुसार पिग्लेट्स पर रिसर्च किया गया, जिसमें उन्हें काली मिर्च के साथ या बिना काली मिर्च के आहार दिए गए। उन्होंने पाया कि जिन पिगलेट ने काली मिर्च के साथ पूरक आहार का सेवन किया, उनमें अन्य पिगलेट की तुलना में हाई डेंसिटी लिपोप्रोटीन की अधिकता देखने को मिली, जिसे लोग “गुड कोलेस्ट्रॉल” भी कहते हैं। इस प्रकार यह हृदय संबंधित समस्याओं के खतरे को भी कम कर देता है।
4. ब्लड शुगर कंट्रोल करती है
काली मिर्च में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट और एंटी इन्फ्लेमेटरी प्रॉपर्टी के साथ ही अन्य पोषक तत्व और इसके कशैले गुण इसे डायबिटीज के मरीजों के लिए बेहद खास बनाते हैं। रोजाना दो से तीन काली मिर्च चबाने से आपका ब्लड शुगर लेवल नियंत्रित रहता है और इनमें अचानक से स्पाइक आने की संभावना बहुत कम होती है।
5. इम्यूनिटी बूस्टर है
एक मजबूत इम्यूनिटी आपको तमाम तरह के संक्रमण तथा बीमारियों से प्रोटेक्ट करती हैं। एंटीऑक्सीडेंट से भरपूर काली मिर्च इम्यूनिटी बूस्ट करने में आपकी मदद कर सकती है। इसमें मौजूद सक्रिय कंपाउंड व्हाइट ब्लड सेल्स को बढ़ाने में मदद करती है, जिसका उपयोग आपका शरीर बैक्टीरिया और वायरस से लड़ने के लिए करता है।
6. मस्तिष्क रोगों से बचाती है
नेशनल लाइब्रेरी ऑफ़ मेडिसिन द्वारा जानवरों पर किए गए अध्ययन के अनुसार पिपेरिन मस्तिष्क के कार्य को बेहतर बना सकता है, विशेष रूप से अल्जाइमर रोग जैसी अपक्षयी मस्तिष्क स्थितियों से जुड़े लक्षणों में सुधार करता है। बुजुर्गो में इसका नियमित सेवन मानसिक स्वास्थ्य सहित यादाश्त को बढ़ावा देते हैं। यदि बुढ़ापे में यादाश्त कमजोर नहीं होने देना चाहती हैं, तो रोजाना 2 काली मिर्च खाएं।
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