



The Khabar Xpress 30 सितम्बर 2024। सृष्टि के रचियता ब्रह्मा की यज्ञस्थली और ऋषियों की तपस्यास्थली तीर्थ नगरी पुष्कर में होगा पुण्य आत्माओं का तर्पण कार्यक्रम। अमावस्या का धार्मिक ग्रंथों में खास महत्व बताया गया है। कहा जाता है कि इस दिन तीर्थराज पुष्कर (अजमेर) में अपने पूर्वजों व पितरों की आत्मा शांति के लिए पिंडदान व तर्पण किए जाने चाहिए।
गोस्वामी परिवार कोलकाता (फतेहपुर) के सौजन्य से व राजस्थान सारस्वत ब्राह्मण महासभा, पुष्कर (अजमेर) के द्वारा पिछले 7 वर्षों से लगातार तर्पण का कार्य पुष्कर के घाट पर किया जा रहा है।
हर साल की तरह इस साल भी अमावस्या 02 अक्तूबर, 2024 को पुष्कर मे सभी सारस्वत समाज की पुण्य आत्माओं व पितरों का एवं जिनका श्राद्ध करने वाला कोई नही है या कोई भी भुल चुक से रह गया हो उन सभी का श्राद्ध व तर्पण कार्य समाज के गणमान्य बंधुओं द्वारा किया जावेगा। सारस्वत ब्राह्मण महासभा पुष्कर ने सभी को इस पवित्र आयोजन में हिस्सा बनने के लिए आमंत्रित किया है।

