



The Khabar Xpress 04 सितंबर 2024। मौसम में बदलाव होने पर आपको इंफेक्शन का खतरा बढ़ जाता है। ऐसे में आपको सर्दी जुकाम, सिरदर्द और गले के दर्द की समस्या हो सकती है। इंफेक्शन की वजह से गेल में दर्द, सूजन और लालिमा हो सकती है। गले का इंफेक्शन (Throat Infection) एक आम समस्या है, जो सर्दी बढ़ने, मौसम में बदलाव होने पर देखी जाती है। यह समस्या बच्चों और बुजुर्गों को ज्यादा पेरशान करती है। इस समस्या में खाना खाने या पानी पीने में दर्द का अहसास होता है। इस दौरान आवाज भारी हो जाती है और बोलते समय परेशानी का सामना करना पड़ता है। लेकिन, कुछ घरेलू उपाय से आप इस समस्या में आराम पा सकते हैं। लेमन ग्रास, तुलसी के पत्ते और अर्दुसी के पत्तों से बनी चाय एक ऐसा ही प्राकृतिक उपचार है, जो गले की खराश को दूर करने में मददगार साबित हो सकता है।
गले की खराश और दर्द को दूर करने वाली चाय के फायदे –
सूजन और जलन में राहत
लेमन ग्रास, तुलसी और अर्दुसी के पत्तों में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो गले की सूजन और जलन को कम करने में मदद करते हैं। तुलसी और अडूसी के पत्तों में मौजूद विशेष गुण गले की खराश से होने वाली असुविधा को दूर करने में सहायक होते हैं।
एंटीबैक्टीरियल गुण
तुलसी और अर्दुसी के पत्तों में शक्तिशाली एंटीबैक्टीरियल गुण होते हैं, जो बैक्टीरिया के संक्रमण से गले की सुरक्षा करते हैं। यह गले में पनपने वाले बैक्टीरिया को नष्ट कर गले की खराश (Sore Throat) को दूर करने में मदद करता है।

प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करता है
लेमन ग्रास, तुलसी और अर्दुसी के पत्तों में मौजूद पोषक तत्व और एंटीऑक्सीडेंट्स प्रतिरक्षा प्रणाली को मजबूत करते हैं। एक मजबूत इम्यून सिस्टम गले की खराश (Sore Throat Problems) जैसी समस्याओं से लड़ने में मदद करता है और संक्रमण की संभावना को कम करता है।
गले की खराश को दूर करने के लिए चाय कैसे बनाएं ?
आवश्यक सामग्री
- लेमन ग्रास – आधा चम्मच
- तुलीस के पत्ते – दो से चार
- अर्दुसी के पत्ते – एक चौथाई चम्मच
- गुड़ – स्वादानुसार
- अदरक सूखा हुआ – थोड़ा सा
- दालचीनी, काली मिर्च और लौंग।
गले की खराश के लिए चाय बनाने का तरीका
- एक पैन को गैस में रखें।
- इसमें दो कप पानी मिला दें। इसमें लेमन ग्रास, तुलसी के पत्ते और अर्दुसी के पत्ते मिलाएं।
- इसके बाद इसमें दालचीनी, काली मिर्च और एक लौंग मिला दें।
- अंत में सूखा अदरक डालकर पानी को आधा होने तक उबलने दें।
- इसके बाद गैस को बंद कर चाय को छान लें।
- इसमें गुड़ को मिलाएं और गुनगुना होने पर पिएं।
इस चाय से आपके गले को गर्माहट मिलती हैं। साथ ही, इंफेक्शन के कारण होने वाली सूजन और खराश में आराम मिलता है। इस चाय को आप दिन में दो से तीन बार आधा-आधा कप पी सकते हैं। ज्यादा पीने से पाचन क्रिया प्रभावित हो सकती है। यदि आपको पहले से कोई समस्या है तो डॉक्टर की सलाह के बाद इस चाय को डाइट में शामिल करें।
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें। The Khabar Xpress की ओर से कोई जानकारी का दावा नहीं किया जा रहा है।

