



The Khabar Xpress 04 अगस्त 2024। हिंदू धर्म में सावन माह की अमावस्या को बहुत अहम माना गया है। सावन अमावस्या को हरियाली अमावस्या कहते हैं. चूंकि सावन महीने में बारिश धरती को हरा-भरा कर देती है। चारों ओर हरियाली ही हरियाली होती है. साथ ही हरियाली अमावस्या के दिन पौधे लगाना बहुत शुभ होता है। साथ ही हरियाली अमावस्या के दिन स्नान-दान करने से पितृ प्रसन्न होते हैं। हरियाली अमावस्या के दिन भगवान शिव और माता गौरी की विधि-विधान से पूजा करने से वैवाहिक सुख, समृद्धि, मिलती है।
हरियाली अमावस्या पर दुर्लभ संयोग
प्रसिद्ध ज्योतिषचार्य पं गोपाल शास्त्री व्यास ने बताया कि दृक पंचांग के अनुसार 3 अगस्त की दोपहर 03 बजकर 50 मिनट से अमावस्या तिथि आरंभ होगी और 4 अगस्त 2024 को शाम 04 बजकर 42 मिनट पर समाप्त होगी। उदयातिथि के अनुसार 4 अगस्त 2024 को हरियाली अमावस्या मनाई जाएगी।बइस साल हरियाली अमावस्या पर कई शुभ योगों का दुर्लभ संयोग बन रहा है। 3 अगस्त को रवि पुष्य नक्षत्र है साथ ही शिववास भी रहेगा। इसके अलावा हरियाली अमावस्या पर सर्वार्थ सिद्धि योग भी बन रहा है।
हरियाली अमावस्या पर स्नान दान मुहूर्त
हरियाली अमावस्या पर स्नान-दान के लिए शुभ मुहूर्त ब्रह्म मुहूर्त तड़के सुबह 04:20 से 05:02 तक रहेगा। सावन अमावस्या या हरियाली अमावस्या का स्नान ब्रह्म मुहूर्त में करना ही सर्वश्रेष्ठ माना गया है। इसके बाद दोपहर 12 बजे से 12 बजकर 54 मिनट तक अभिजित मुहूर्त है।
अभिजीत मुहूर्त में शिव-पार्वती जी की पूजा करना सर्वश्रेष्ठ रहेगा. सूर्योदय से सुबह 10 बजकर 38 मिनट तक सिद्धि योग रहेगा। वहीं सुबह 5 बजकर 44 मिनट से दोपहर 1 बजकर 26 मिनट तक रवि पुष्य योग है। इसकी तरह ही 5 बजकर 44 से दोपहर 1 बजकर 26 मिनट तक ही सर्वार्थ सिद्धि योग रहेगा।
पितरों के लिए कैसे करें तर्पण?
सावन की अमावस्या पर सुबह नहाने के बाद साफ कपड़े पहनें। इसके बाद पितरों के निमित्त जल, काले तिल, सफेद फूल व कुशा से तर्पण करें। तर्पण करते समय कुशा घास से बनी पवित्री जरूर पहनें। इससे पितरों को तर्पण का जल मिलता है और वे खुश होते हैं और आपको आशीर्वाद देते हैं।
इस दिन करें कौनसे विशेष उपाय?
- इस दिन पीपल के पेड़ की पूजा कर सात परिक्रमा करें। इससे आपको शनि महाराज की कृपा मिलेगी और आपको अपनी मेहनत का रिजल्ट भी मिलने लगेगा।
- इस दिन अगर आप पेड़ लगाते हैं तो इससे आपकी जन्म कुंडली में बुध महाराज की स्थिति मजबूत होती है।
- इसके अलावा आपको माता लक्ष्मी की कृपा पाने के लिए इस दिन आटे की गोलियां बनाकर मछलियों के लिए डालनी चाहिए।
- सावन की अमावस्या के दिन शाम को आटे से बने दीपक में बत्ती जलाकर किसी भी नदी के घाट पर रखना चाहिए। इससे आप पर मां लक्ष्मी की कृपा तो बरसेगी ही। इस साथ ही आपके पितृ यानि एनचेस्टरस भी खुश होकर आशीर्वाद देंगे।
