




The Khabar Xpress 24 जून 2024। श्रीडूंगरगढ़ में कल रविवार को एक घटनाक्रम घटा। एक ऐसा व्यक्ति जो कई मुकद्दमों में आरोपी हो और जिस व्यक्ति पर आमजन द्वारा पुलिस प्रशासन के समक्ष झूठे एससी/एसटी मुकद्दमे करवाये जाने के आरोप लगातार लगते रहे है। यही नहीं सीएलजी बैठक में भी मुखर होकर जिस व्यक्ति की खिलाफत की जा रही हो ऐसे व्यक्ति का पुलिस पर सिर्फ एक एफआईआर दर्ज नहीं करने का आरोप लगाकर जहर लेकर पानी की टंकी पर आत्महत्या की धमकी देकर चढ़ जाना व पुलिस और प्रशासन पर दबाव बनाना कहाँ तक जायज है ?
जबकि अगर स्थानीय पुलिस द्वारा मुकद्दमा दर्ज न किया जाए तो जिला पुलिस अधीक्षक के पास जाया जा सकता है। इसके अलावा भारतीय संविधान हमे न्यायालय द्वारा भी मुकद्दमा दर्ज करने की व्यवस्था करता है।
अपने खिलाफ हो रखे मुकदमों को हटाने और खुद के द्वारा दी गई परिवाद पर संज्ञान लेने की जिद्द को लेकर राजेन्द्र मेघवाल नोसरिया पानी की टँकी पर चढ़ गए। नोसरिया पर पिछले कई सालों में अनेक मुकदमे और सैंकड़ों आरोप लग चुके हैं कि राजेंद्र नोसरिया एससी/एसटी की धमकी देकर आमजन को डराता धमकाता है और उनसे जबरन रुपये ऐंठता है और जातिवाद का जहर घोलने का कार्य बखूबी श्रीडूंगरगढ़ में किया जा रहा है। आज राजेन्द्र नोसरिया टँकी पर चढ़कर ब्लैकमेल ही नहीं एलानिया धमकी दे रहा है कि पुलिस उसके सारे मुकदमे हटाये। डर की बात यह है कि उसके पास 100ग्राम जहर भी बताया जा रहा है। जिसका वह खुद कह रहा है। जो व्यक्ति सिर्फ अपने स्वार्थपूर्ति के लिये जहर लेकर पानी की टंकी पर चढ़ जाए, ऐसा व्यक्ति जो प्रशासन पर दबाव डालने के लिए जहर पीने की धमकी देता हो, क्या ऐसे व्यक्ति से ये आशा की जा सकती है कि वो अपने स्वार्थ के लिए हजारों लोगों की बलि चढ़ाते हुए भी झिझकेगा नहीं। अगर भावावेश में आकर खुद ने जहर खा लेता तो इसका जिम्मेदार कौन होता…? और अगर इसी भावावेश में आकर अपने साथ ले गए जहर को पानी की टंकी में डाल दिया जाता तो…? ये सोचकर ही आम आदमी की रूह कांप जाती है।
खुद को भीमसेना का प्रदेशाध्यक्ष बताये जाने वाले व्यक्ति को इस तरह की गैरजिम्मेदाराना हरकत करने की शक्ति कहीं ये पद तो नहीं दे रहा…?
जबकि भीम सेना सामाजिक संगठन नही है ये राजनैतिक पार्टी हैं।
बताया जा रहा है कि एक नर्स के द्वारा करवाये गए राजकार्य में बाधा व छेड़छाड़ में मुकदमे के बाद भीम सेना पार्टी में नियुक्ति ली है जबकि इस संगठन की प्रदेश में कही भी ब्लॉक जिला या प्रदेश स्तरीय कार्यकारिणी या सदस्य की नियुक्ति नही है।
सूत्रों के अनुसार आजतक जितने भी एससी/एसटी के मुकद्दमे राजेन्द्र मेघवाल नोसरिया ने करवाये है उनमें किसी का भी चालान नहीं हुआ है। इससे साबित होता है कि ये सभी मुकद्दमे झूठे और बेबुनियाद थे जिन्हें सिर्फ लोगो को परेशान करने के लिये ही करवाये गए थे।
राजेन्द्र नौसरिया पर मुकदमें कुल 6मुकदमे दर्ज, 2में एफआर
प्राप्त जानकारी के अनुसार राजेन्द्र मेघवाल नोसरिया के खिलाफ कुल 6 मुकदमे दर्ज हुए हुए जिसमें 1 मुकदमे में उसको सजा भी मिली थी। राजेन्द्र नौसरिया के खिलाफ बीदासर जिला चुरू में 7 जून 2019 को धारा 188 का मुकदमा दर्ज हुआ जिसमें चालान पेश हुआ। उसके बाद बीदासर में ही 17 सितंबर 2023 को धारा 420 व 406 का मुकदमा दर्ज हुआ जिसमें एफआर लगी। वहीं श्रीडूंगरगढ़ पुलिस थाने में 20 अगस्त 2023 को धारा 332, 353, 354, 384, 504, 509 में मामला दर्ज हुआ जिसका चालान पेश हुआ। उसके बाद 3 सितंबर 2023 को धारा 384, 504 व 506 में मुकदमा दर्ज हुआ जिसमें चालान पेश हुआ। उसके बाद 5 सितंबर 2023 को धारा 323, 341, 195ए, 382, 504, 506 में मुकदमा दर्ज हुआ था। हालांकि इसमें एफआर लग गया था। उसके बाद 21 जून 2024 को धारा 327 व 384 में मुकदमा दर्ज हुआ जिसमें अनुसंधान जारी है।

