



The Khabar Xpress 08 अप्रेल 2024। कहते हैं पहला सुख निरोगी काया। दुनियाभर के लोगों को यही बात समझाने के लिए और अपनी हेल्थ के प्रति जागरूक करने के लिए हर साल 7 अप्रैल को वर्ल्ड हेल्थ डे मनाया जाता है। साल 2024 के वर्ल्ड हेल्थ डे की थीम थी ‘माय हेल्थ, माय राइट’। सेहतमंद रहना सभी का पहला अधिकार है। अगर आप भी निरोगी, सेहतमंद, लंबी जिंदगी जीना चाहते हैं तो यह जरूरी है कि आप हेल्दी आदतें अपनाएं। इन आदतों को अपनाकर आप फिजिकली और मेंटली दोनों ही तरीकों से स्वस्थ रह सकते हैं।
1. रेगुलर एक्सरसाइज
वेट मेंटेन करने के साथ ही आपके दिल और दिमाग को सेहतमंद रखने के लिए रेगुलर एक्सरसाइज बहुत जरूरी है। एक्टिव रहने से आपकी मसल्स कमजोर नहीं होती, आपका ब्लड प्रेशर ठीक रहता है, डायबिटीज का खतरा कम होता है, साथ ही कई अन्य गंभीर बीमारियों से आप बच जाते हैं। विशेषज्ञों के अनुसार वीक में कम से कम 150 मिनट मीडियम एरोबिक एक्सरसाइज करना जरूरी है। डेली कम से कम चार हजार स्टेप्स चलने से भी आपको फायदा होगा।
2. हेल्दी डाइट
सेहत पर एक्सरसाइज के साथ ही डाइट का भी बहुत असर पड़ता है। हेल्दी डाइट आपको मजबूत बनाने के साथ कई बीमारियों से लड़ने की ताकत देती है। अपनी डेली डाइट में फलों, सब्जियों, साबुत अनाज, प्रोटीन, विटामिन और हेल्दी फैट से भरपूर बैलेंस डाइट का सेवन करें। कोशिश करें कि आप फाइबर और एंटीऑक्सीडेंट रिच फूड खाएं। बहुत ज्यादा शुगर, फैट, सोडियम और सैचुरेटेड फैट से बचें।
3. पर्याप्त नींद
भारत में करीब 93 प्रतिशत लोग पर्याप्त और अच्छी नींद नहीं ले पाते हैं। यह गंभीर स्थिति है, क्योंकि पर्याप्त नींद आपकी फिजिकल और मेंटल दोनों हेल्थ के लिए जरूरी है। इस समय में आपका शरीर और दिमाग आराम करता है, मांसपेशियां और उत्तक खुद को रिपेयर करते हैं और बाकी अंग अपना काम सुचारू रूप से करते हैं। इसलिए कम से कम 8 से 9 घंटे की अच्छी नींद आपको लेनी चाहिए।
4. स्ट्रेस मैनेजमेंट
चिंता बीमारियों की जड़ है। ये बात सच है कि कोई भी टेंशन फ्री लाइफ नहीं जी रहा। हर किसी की अपनी परेशानियां हैं, लेकिन आपको स्ट्रेस मैनेजमेंट आना चाहिए। टेंशन आपको अंदर से खोखला कर सकता है। इसलिए मेडिटेशन, योग अपनाकर आप माइंडफुलनेस की ओर कदम बढ़ाएं। इससे आप विपरीत परिस्थितियों को भी हैंडल कर पाएंगे। अपना सोशल सर्किल बनाकर भी आप तनाव को कम कर सकते हैं। दोस्तों के साथ समय बिताना, अपनी हॉबी पर ध्यान देना, सोशल वर्क करना आपको सुकून देगा।
5. बुरी आदतों से दूरी
शराब और सिगरेट आजकल के लोगों की लाइफस्टाइल का हिस्सा बन चुके हैं। लेकिन इनका टशन आपको भारी पड़ सकता है। ऐसे में इनका सीमित सेवन ही करें। शराब आपके लिवर को बहुत ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। वहीं यह हार्ट संबंधी समस्याओं का भी कारण है। ज्यादा शराब पीने से कैंसर जैसा जानलेवा रोग भी हो सकता है। वहीं सिगरेट भी आपका लिवर डैमेज करती है।
6. वजन पर दें ध्यान
मोटापा कई बीमारियों की जड़ है। इसलिए आपको अपने वजन पर खास ध्यान देना चाहिए। एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट से ऐसा करना संभव है। कई बार हार्मोनल चेंज के कारण भी महिलाओं का वजन बढ़ने लगता है। ऐसे में आपको डॉक्टर से जरूर संपर्क करना चाहिए।
स्वस्थ रहने की अच्छी आदतें….
1. कहीं भी बाहर से घर आने के बाद, किसी बाहरी वस्तु को हाथ लगाने के बाद, खाना बनाने से पहले, खाने से पहले, खाने के बाद और बाथरूम का उपयोग करने के बाद हाथों को अच्छी तरह साबुन से धोएं। यदि आपके घर में कोई छोटा बच्चा है तब तो यह और भी जरूरी हो जाता है। उसे हाथ लगाने से पहले अपने हाथ अच्छे से जरूर धोएं।
2. घर में सफाई पर खास ध्यान दें, विशेषकर रसोई तथा शौचालयों पर। पानी को कहीं भी इकट्ठा न होने दें। सिंक, वॉश बेसिन आदि जैसी जगहों पर नियमित रूप से सफाई करें तथा फिनाइल, फ्लोर क्लीनर आदि का उपयोग करती रहें। खाने की किसी भी वस्तु को खुला न छोड़ें। कच्चे और पके हुए खाने को अलग–अलग रखें। खाना पकाने तथा खाने के लिए उपयोग में आने वाले बर्तनों, फ्रिज, ओवन आदि को भी साफ रखें। कभी भी गीले बर्तनों को रैक में नहीं रखें, न ही बिना सूखे डिब्बों आदि के ढक्कन लगाकर रखें।
3. ताजी सब्जियों–फलों का प्रयोग करें। उपयोग में आने वाले मसाले, अनाजों तथा अन्य सामग्री का भंडारण भी सही तरीके से करें तथा एक्सपायरी डेट वाली वस्तुओं पर तारीख देखने का ध्यान रखें।
4. बहुत ज्यादा तेल, मसालों से बने, बैक्ड तथा गरिष्ठ भोजन का उपयोग न करें। खाने को सही तापमान पर पकाएं और ज्यादा पकाकर सब्जियों आदि के पौष्टिक तत्व नष्ट न करें। साथ ही ओवन का प्रयोग करते समय तापमान का खास ध्यान रखें। भोज्य पदार्थों को हमेशा ढंककर रखें और ताजा भोजन खाएं।
5. खाने में सलाद, दही, दूध, दलिया, हरी सब्जियों, साबुत दाल–अनाज आदि का प्रयोग अवश्य करें। कोशिश करें कि आपकी प्लेट में ‘वैरायटी ऑफ फूड‘ शामिल हो। खाना पकाने तथा पीने के लिए साफ पानी का उपयोग करें। सब्जियों तथा फलों को अच्छी तरह धोकर प्रयोग में लाएं।
6. खाना पकाने के लिए अनसैचुरेटेड वेजिटेबल ऑइल (जैसे सोयाबीन, सनफ्लॉवर, मक्का या ऑलिव ऑइल) के प्रयोग को प्राथमिकता दें। खाने में शकर तथा नमक दोनों की मात्रा का प्रयोग कम से कम करें। जंकफूड, सॉफ्ट ड्रिंक तथा आर्टिफिशियल शकर से बने ज्यूस आदि का उपयोग न करें। कोशिश करें कि रात का खाना आठ बजे तक हो और यह भोजन हल्का–फुल्का हो।
7. अपने विश्राम करने या सोने के कमरे को साफ–सुथरा, हवादार और खुला–खुला रखें। चादरें, तकियों के गिलाफ तथा पर्दों को बदलती रहें तथा मैट्रेस या गद्दों को भी समय–समय पर धूप दिखाकर झटकारें।
8. मेडिटेशन, योगा या ध्यान का प्रयोग एकाग्रता बढ़ाने तथा तनाव से दूर रहने के लिए करें।
9. कोई भी एक व्यायाम रोज जरूर करें। इसके लिए रोजाना कम से कम आधा घंटा दें और व्यायाम के तरीके बदलते रहें, जैसे कभी एयरोबिक्स करें तो कभी सिर्फ तेज चलें। अगर किसी भी चीज के लिए वक्त नहीं निकाल पा रहे तो दफ्तर या घर की सीढ़ियां चढ़ने और तेज चलने का लक्ष्य रखें। कोशिश करें कि दफ्तर में भी आपको बहुत देर तक एक ही पोजीशन में न बैठा रहना पड़े।
Disclaimer: ऊपर दी गई जानकारी पर अमल करने से पहले डॉक्टर की राय अवश्य ले लें।

