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एक्जाम्स से पहले बच्चों में बढ़ गयी है एंग्जायटी, तो इन टिप्स की मदद से बच्चों को रखें मेंटली हेल्दी

Published on: April 6, 2024

The Khabar Xpress 06 अप्रैल 2024। हर साल बच्चों की एक्जाम्स नजदीक आते ही उन्हें तनाव और टेंशन होने लगती है। एक्जाम्स के डर से बहुत से बच्चों को नींद भी नहीं आती और वे ठीक तरीके से खाना भी नहीं खा पाते। ऐसे में कई बार बार-बार पढ़ाई करने के बाद भी उन्हें कुछ याद नहीं रह पाता और वे परेशान से रहते हैं।  यह डर, तनाव और एंग्जायटी (anxiety in students) बच्चों की हेल्थ को प्रभावित करने लगती है। वहीं, बच्चों के साथ-साथ उनके माता-पिता भी कई बार एग्जाम स्ट्रेस का शिकार होने लगते हैं।  यह बहुत महत्वपूर्ण है किएक्जाम के दौरान बच्चे और मां-बाप मेंटली और फिजिकली हेल्दी महसूस करें क्योंकि, यह बच्चे की पढ़ाई को प्रभावित कर सकता है। एक्जाम्स के स्ट्रेस को मैनेज (managing exam related  stress) करने के लिए आप कुछ सिम्पल बातों का ध्यान रख सकते हैं और बच्चे को स्ट्रेस-फ्री रखने में मदद कर सकते हैं। यहां पढ़ें कुछ ऐसी ही टिप्स जो एक्जाम्स के आसपास सभी बच्चों को फॉलो करनी ही चाहिए

एक्जाम स्ट्रेस होने पर बच्चों में दिख सकते हैं ये लक्षण (Symptoms of exam stress in kids)

  • स्ट्रेस की वजह से बच्चे का व्यवहार बदल सकता है। बच्चा अचानक चुप और शांत हो सकता है।
  • छोटी-छोटी बात पर बच्चा रोने लगता है।
  • ओवरथिकिंग (Overthinking)  या बहुत अधिक सोच में डूबे रहना।
  • भूख में कमी।
  • ठीक तरीके से सो ना पाना।

बच्चों में तनाव कंट्रोल करने के उपाय

माता-पिता खुद को रखें शांत

एक्जाम्स के दौरान बच्चे की तरह मां-बाप भी स्ट्रेस लेने लगते हैं और परेशान होने लगते हैं। ऐसा करने से बचें। खुद को शांत रखें ताकि आपके लिए बच्चे की मदद कर पाने में आसानी हो सके । घर में तनाव का माहौल ना बनने दें इससे बच्चे का फोकस कम हो सकता है।

खेलने-कूदने के लिए करे बच्चे को मोटिवेट

परीक्षाएं नजदीक होने का अर्थ यह बिल्कुल नहीं कि बच्चा दिनभर केवल पढ़ाई ही करता रहे। बच्चे को पढ़ाई करने के साथ-साथ फिजिकली एक्टिव रहने के लिए भी मदद करें। पढ़ाई के बीच उन्हें थोड़ी देर खेलने-कूदने के लिए भी कहें। ऐसा करने से तनाव कम होगा और पढ़ाई पर फोकस करने में मदद होगी।

डाइट

संतुलित डाइट की मदद से बच्चों में तनाव को मैनेज करने में मदद हो सकती है। बच्चे को घर पर बना ताजा औऱ गर्म खाना खिलाएं। उन्हें दिन में एक से दो बार फल खाने को दें। दूध, नारियल पानी और फाइबर वाले फल खाने से बच्चे को बेहतर महसूस होगा। पढ़ाई के बीच में उन्हें गर्म कॉफी और चाय भी पीने को दे सकते हैं।

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