



द खबर एक्सप्रेस 17 जनवरी 2024। सर्दियां हो या गर्मियां, कई लोगों को बंद कार या किसी भी गाड़ी में सफर के दौरान मन खराब होना, चक्कर आना या फिर घबराहट महसूस होती है। खासकर ये समस्या सर्दियों में अक्सर देखी जाती है। इससे कहीं आने जाने में दिक्कत आती है। क्यों होती है ये समस्या कभी सोचा है? असल में इसके कई कारण हो सकते हैं। कुछ लोगों को मोशन सिकनेस की समस्या होती है। कई लोग इस परेशानी से निजात पा लेते हैं, तो वहीं, कुछ में यह समस्या लाइफटाइम रहती है।
एक्सपी के अनुसार, अगर शुरुआत में इसका उपचार कर लिया जाए, तो इससे छुटकारा मिल सकता है। यह परेशानी ब्रेन से नहीं बल्कि कानों से होती है। दरअसल, कान के अंदर मौजूद ऐसे कण (Otolith Organ) होते हैं, जो लिक्विड (Endolite) में फैले रहते हैं। एक तरह से ब्रेन का बैलेंस बनाए रखते हैं।
जब कोई पहाड़ या फिर ऐसे रास्तों पर जाता है, जो घुमावदार होते हैं, तो वहां ये एलिमेंट तैरते हैं। कई लोग इतने सेंसिटिव होते हैं कि उन्हें वोमिटिंग या चक्कर आते हैं। इसके अलावा जिन्हें डायबिटीज, ब्लड प्रेशर, हार्ट डिजीज है, तो ज्यादातर यह समस्या दिखती है।
कई बार ऐसा होता है बंद कार में सबकुछ बंद होने की वजह से हवा के आने-जाने का रास्ता नहीं होता है, तो जो हवा हम ले रहे हैं, वही छोड़ भी रहे हैं। एक तरह से कार या बस में वही हवा घूमती रहती है और उसमें कई सारे ऐसे डस्ट पार्टिकल्स, कीटाणु या कण मौजूद रहते हैं, जो हमें ये दिक्कत देने लगते हैं। इसके अलावा किसी भी गाड़ी में अगर कोई अकेला सफर नहीं करता है और उसके साथ बाकी और लोग भी हैं, तो इसका भी बहुत फर्क पड़ता है। क्योंकि कई बार हमें पता नहीं होता है कि सामने वाला व्यक्ति हेल्दी है या नहीं। एक साथ सफर के दौरान हम एक दूसरे की छोड़ी हुई हवा को लेते रहते हैं और हमें ये समस्या हो सकती है।
इस समस्या में डाइट का भी बड़ा रोल होता है। कई बार कुछ सब्जियां, जैसे- गोभी, बंद गोभी, मूली का सेवन करने से भी ये प्रॉब्लम होती है। क्योंकि ये खाने की चीजें हमारे पेट में गैस बनती है और सिर में टकराती है, जिससे चक्कर या वोमिटिंग होने की परेशानी होती है। कई बार बिना खाएं ही हमें गैस बनने लगती है और ये भी एक कारण है चक्कर, वोमिटिंग या घबराहट महसूस होने लगती है। हमेशा इस बात का ध्यान रखें कि सफर के दौरान हल्की सी खिड़की अपनी कार या कोई भी गाड़ी में आप सफर कर रहें हैं, तो थोड़ी सी खिड़की खोल कर रखें। ताकि हवा आने-जाने का रास्ता हो और आपको सफोकेशन महसूस न हो पाए।
मोशन सिकनेस की कैसे करें पहचान
- वोमिटिंग आना
- अपच की शिकायत
- पसीना आना
- अनकंफर्टेबल होना
- सिर चकराना
इलाज
- इस परेशानी में सफर करने से पहले वोमिटिंग रोकने की दवा खा सकते हैं।
- आने-जाने से पहले शरीर का तापमान नॉर्मल रखें।
- हाइड्रेशन का ध्यान रखना चाहिए।
- खाली पेट बिलकुल भी ट्रेवल न करें।
सफर में उल्टियां होने पर आप ऐसे भी बचाव कर सकते हैं…
- जब भी किसी सफर के लिए निकलें, अपने साथ एक पका हुआ नींबू जरूर रख लें। जरा भी अजीब सा मन हो, तो इस नींबू को छीलकर सूंघे। ऐसा करने से उल्टी नहीं आएगी।
- लौंग को भूनकर इसे पीस लें और किसी डिब्बी में भरकर रख लें। जब भी सफर में जाएं या उल्टी जैसा मन हो तो इसे सिर्फ एक चुटकी मात्रा में चीनी या काले नमक के साथ लें और चूसें।
- तुलसी के पत्ते अपने साथ रखें, इसे खाने से उल्टी नहीं आएगी। इसके अलावा एक बॉटल में नींबू और पुदीने का रस काला नमक डालकर रखें और इसे थोड़ा-थोड़ा पीते रहें।
- नींबू को काटकर, इस पर काली मिर्च और काला नमक बुरककर चाटें। यह तरीका भी आपको उल्टी आने से बचाएगा।
- अगर आप बस में सफर कर रहे हैं, या बस में आपको उल्टी होती है तो जिस सीट पर आप बैठें, वहां पहले एक पेपर बिछा लें और इस पेपर पर बैठ जाएं। आआपको उल्टी नहीं आएगी।
इसमें दी गई जानकारी पाठक खुद पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर कर लें।

