



द खबर एक्सप्रेस 11 जनवरी 2024। सर्दियों का समय है और हर घर में सर्दी, जुकाम और खांसी के मरीज दिखने लगे हैं। चाहे नजला हो या जुकाम जिसे हम कोल्ड और कफ भी बोलते हैं, यह रेस्पिरेटरी सिस्टम में होने वाला इंफेक्शन है। ये काफी तेजी से फैलता है, जो सर्दी और ज़ुकाम से ग्रस्त है, उनके खांसने, छींकने से भी आसानी से फैल सकता है और साथ वाले को बीमार कर सकता है। फ्लू या जुकाम वैसे वायरस से प्रभावित होता है, जो सांस की नली पर असर करते हैं, लेकिन सर्दी-खांसी में मेडिसिन लेने से ज्यादा अच्छा है कि घर की रसोई में मौजूद कुछ घरेलू चीजों से देसी उपचार करना चाहिए।
तुलसी के पत्तों का सेवन
सर्दी और जुकाम में तुलसी के 8 या 10 पत्ते पीसकर पानी में डालें और काढ़ा बनाकर पिएं। घर में अगर आपके छोटे बच्चे हैं, तो अदरक और तुलसी के रस को शहद में मिलाकर चटाएं। इससे भी बंद नाक और बहती नाक को सही करने में मददगार है।
हल्दी दूध
रात को सोने से पहले एक गिलास गर्म दूध में 1 चम्मच हल्दी पाउडर मिलाएं। इससे भी बंद नाक और गले की खराश में काफी आराम मिलता है और खांसी में भी राहत मिलती है।
अलसी और मेथी
अलसी और मेथी को 3-4 gram लेकर एक गिलास पानी में अच्छे से उबालें। जब उबल जाए, तो इसकी 3-3 बूंदें अपने दोनों नाक में डालें। इससे सर्दी और जुकाम में आराम मिलता है।
हल्दी और अजवाइन
8 ग्राम हल्दी और 8 ग्राम अजवाइन को एक गिलास पानी में डालकर पकाएं और जब इसका पानी आधे से भी आधा रह जाए, तो इसमें थोड़ा सा गुड़ या शहद मिलाकर पिएं। इससे जुकाम और बंद नाक में तुरंत आराम मिलता है।
काली मिर्च
काली मिर्च के पाउडर को शहद में मिलाकर चाटने से जुकाम में बहुत आराम मिलता है और बहती नाक से भी छुटकारा मिलता है। इसके अलावा आधा चम्मच काली मिर्च के चूर्ण को 1 चम्मच मिश्री में मिलाकर गर्म दूध के साथ दिन में दो बार सेवन करें।
सरसों का तेल
सोने से पहले अपनी दोनों नाक के छेदों में 1-1 बूंद सरसों के तेल या बादाम रोगन डालकर सोएं। इससे बंद नाक और नाक की किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं होती है।
अदरक
कफ वाली खांसी में दूध में अदरक कसकर डालें और उबालकर पिएं। इसके अलावा अदरक का रस और काली मिर्च पाउडर को शहद में मिलाकर सुबह और शाम चाटने से जुकाम में आराम मिलता है। अदरक के छोटे-छोटे टुकड़े देसी घी में भूनकर और पीसकर खाएं। इससे भी बहती नाक की समस्या दूर होती है।
लहसुन
लहसुन में मौजूद एलिसिन नामक केमिकल्स एंटी बैक्टीरियल, एंटी वायरल, एंटी फंगल होता है। ये सर्दी और जुकाम के इंफेक्शन को दूर करता है। इसके लिए आप 7-8 लहसुन की कलियों को घी में भूने और खाएं।
गाय का देसी घी
गाय के देसी घी की दो बूंदें सुबह नाक में डालें। ऐसा रोजाना करने पर धीरे-धीरे पुराना से पुराना जुकाम सही हो जाता है।
मुनक्के का सेवन
8-9 मुनक्कों को पानी में डालकर उबालें और जब पानी आधा रह जाए, तो मुनक्के निकालकर खाएं और उसके पानी को फेंके नहीं बल्कि पी लें। इससे भी बहती नाक में आराम मिलता है।
इसमें दी गई जानकारी पाठक खुद पर अमल करने से पहले डॉक्टर या हेल्थ एक्सपर्ट से सलाह जरूर कर लें।

