



द खबर एक्सप्रेस 14 दिसम्बर 2023। राजस्थान में पहले ब्राह्मण मुख्यमंत्री जयनारायण व्यास और अंतिम ब्राह्मण मुख्यमंत्री हरदेव जोशी के निधन के बाद ब्राह्मण राजनीतिक रूप से हाशिए पर थे। 1954 में जय नारायण व्यास पहले ब्राह्मण सीएम बने थे। इसके बाद हरि देव जोशी 1973 से 1977 सीएम बने। दूसरी बार हरिदेव जोशी 1989-1990 में मुख्यमंत्री बने थे। लेकिन जोशी के निधन के बाद कांग्रेस में ब्राह्मण राजनीति हाशिए चली गई है। हालांकि, कांग्रेस में नवल किशोर शर्मा और सीपी जोशी बड़े नेता के तौर पर उभरे लेकिन वो भी कभी भी मुख्यमंत्री की कुर्सी तक नहीं पहुंच पाए। सियासी जानकारों का कहना है कि राजस्थान में ब्राह्मणों की आबादी 9 फीसदी के आसपास है। 30 से 40 सीटों पर ब्राह्मण हार-जीत में निर्णायक रहते है। इस बार विधानसभा चुनाव में कांग्रेस ने 16 और बीजेपी ने 20 ब्राह्मणों को टिकट दिए थे। सियासी जानकारों का कहना है कि राजस्थान की राजनीति जाट और राजपूतों के आसपास ही घूमती रही है।
कांग्रेस में सीपी जोशी ने बढ़ाया कद
कांग्रेस के सीपी जोशी केंद्र में रेलमंत्री और ग्रामीण विकास मंत्री बने। सियासी जानकारों का कहना है कि बीजेपी ने पहली बार किसी ब्राह्मण को मुख्यमंत्री बनाया है। सियासी जानकारों का कहना है कि राजस्थान में राम मंदिर आंदोलन से पहले ब्राह्मण कांग्रेस का वोट बैंक माना जाता था। लेकिन इसके बाद यह छिटक गया। राजस्थान में ब्राह्मण, राजपूत और वैश्य वर्ग बीजेपी को वोटर माना जाता है। सियासी जानकारों का कहना है कि विधानसभा चुनाव से पहले जयपुर में आयोजित ब्राह्मण महापंचायत में किसी ब्राह्मण को सीएम बनाने की पुरजोर तरीके से मांग की गई थी। सम्मेलन में रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव भी मौजूद रहे थे।
हरदेव जोशी के बाद अब भजनलाल
राजस्थान में पिछले काफी समय से मांग थी कि ब्राह्मण समुदाय का कोई सीएम होना चाहिए। ब्राह्मणों की यह शिकायत थी कि राजनीतिक पार्टियां वोट लेने के लिए तो सबसे आगे रहती है लेकिन 33 साल के बाद भी कोई चेहरा अभी तक सीएम की कुर्सी तक नहीं पहुंचा है। ऐसे में बीजेपी ने ब्राह्मणों की नाराजगी को दूर करने के लिए भजनलाल को सीएम बनाया है। राजस्थान के राजनीतिक इतिहास में 10 साल तक ब्राह्मणों का राज रहा है। यानी प्रदेश में ब्राह्मण सीएम रहे हैं। आखिरी ब्राह्मण सीएम हरिदेव जोशी थे जो कि 1989 से 1990 तक प्रदेश के सीएम रहे। हालांकि राजस्थान में यह माना जाता रहा है कि ब्राह्मण बीजेपी का परंपरागत वोट बैंक रहा है। इससे पहले यह कांग्रेस को वोट देता था लेकिन जब से भाजपा बनी उसके बाद से उच्च जातियों में से एक ब्राह्मण भाजपा को वोट देना शुरू हो गए। ऐसे में बीजेपी ने पहली बार ब्राह्मण को सीएम बनाकर उनकी मुराद पूरी की है।
बीजेपी ने सीपी जोशी को बनाया प्रदेशाध्यक्ष
भारतीय जनता पार्टी ने ब्राह्मणों को साधने और भाजपा के मूल कार्यकर्ताओ में कार्य प्रथम का संदेश देते हुए चितौड़गढ़ के सांसद सीपी जोशी को प्रदेशाध्यक्ष बनाया था।

