



द खबर एक्सप्रेस 26 नवम्बर 2023। शकरकंद एक ऐसी सब्जी है, जिसे अक्सर हम डाइट में शामिल नहीं करते, लेकिन इसे खाने के कई फायदे हो सकते हैं। इसमें कई पोषक तत्व पाए जाते हैं, जिस वजह से इसे खाने से आपकी सेहत से जुड़े कई लाभ मिल सकते हैं। शकरकंद में काफी मात्रा में फाइबर, मिनरल्स और विटामिन पाए जाते हैं, जिनसे कई बीमारियों से बचा जा सकता है। जानें शकरकंद को अपनी डाइट में शामिल करने से क्या फायदे हो सकते हैं।
डायबिटीज से बचाव
शकरकंद का ग्लासिमिक इंडेक्स कम होता है, जो ब्लड शुगर लेवल को मैनेज करने में मदद करता है। इस वजह से डायबिटीज का खतरा कम होता है। साथ ही, इसमें मौजूद फाइबर भी डायबिटीज के जोखिम को कम करने में मदद कर सकते हैं। शकरकंद ब्लड शुगर को धीरे-धीरे बढ़ाता है, जिस वजह से इंसुलिन रेजिस्टेंस कम होता है।
शकरकंद में फाइबर और पोटेशियम की मात्रा अधिक पाई जाती है, जिस वजह से दिल की बीमारियों का खतरा कम होता है। फाइबर बैड कोलेस्ट्रॉल कम करने में मदद करता है, जिस वजह से गुड कोलेस्ट्रॉल की मात्रा बढ़ती है। गुड कोलेस्ट्रॉल आर्ट्रीज में जमा टॉक्सिन्स को शरीर से लिवर तक लेकर जाता है, जहां से उन्हें शरीर से बाहर फिल्टर किया जाता है।
पाचन को बेहतर बनाता है
शकरकंद में फाइबर भरपूर मात्रा में पाया जाता है, जो पाचन क्रिया के लिए बहुत महत्वपूर्ण होता है। इसे खाने से खाना आसानी से आंतों में मूव कर पाता है, जिससे खाने से पोषक तत्वों को अब्जॉर्प्शन आसानी होता है और कब्ज की समस्या भी कम होती है।
वजन कम करने में फायदेमंद
शकरकंद वजन कम करने में मदद कर सकता है। इसमें फाइबर पाया जाता है, जो बेली फैट को कम करने में करता है। इसलिए इसे अपनी डाइट में शामिल करना, आपके वजन कम करने के सफर को आसान बना सकता है। शकरकंद में फाइबर पाया जाता है, जो धीरे-धीरे पचता है और आपके पेट को बहुत देर तक फुल रखता है, जिस वजह से ओवर इटिंग नहीं करते और वजन बढ़ने की समस्या कम होती है।
ब्लड प्रेशर को मैनेज करता है
शकरकंद में पोटेशियम पाया जाता है, जो ब्लड प्रेशर को मैनेज करने में फायदेमंद होता है। इस वजह से कई बीमारियों से बचाव में मदद मिलती है। ब्लड प्रेशर कंट्रोल करने से दिल की बीमारियां, डायबिटीज, स्ट्रोक जैसी खतरनाक बीमारियों से बचा जा सकता है। इसलिए शकरकंद को अपनी डाइट में शामिल करना फायदेमंद हो सकता है।
लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।

