



द खबर एक्सप्रेस 30 अक्टूबर 2023। राजस्थान विधानसभा चुनावों की रणभेरी बज चुकी है। श्रीडूंगरगढ़ भाजपा प्रत्याशी ताराचन्द सारस्वत ने आज अपने कार्यालय का आज उद्घाटन कर शंखनाद कर दिया है। माकपा ने भी आज अपने 17 उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी है। श्रीडूंगरगढ़ से गिरधारीलाल महिया कॉमरेड के प्रत्याशी होंगे।
कांग्रेस-कॉमरेड समझौता की घोषणा अभी नहीं
राजस्थान ही नही श्रीडूंगरगढ़ का राजनैतिक माहौल अभी गर्म है। कांग्रेस ने अभी तक अपने पत्ते नही खोले है। बाजार में चर्चा आम थी कि कांग्रेस और कॉमरेड का इस बार समझौता होगा और दोनों दलों से सिर्फ एक ही प्रत्याशी मैदान में होगा। इस चर्चा का कारण भी मौजूदा विधायक गिरधारीलाल महिया का वर्तमान सरकार में जोरदार हस्तक्षेप और निकटता थी। माकपा ने आज अपने उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी। इस सूची में माकपा ने श्रीडूंगरगढ़ से गिरधारीलाल महिया सहित 17 उम्मीदवारों की घोषणा कर दी है। कांग्रेस की तरफ से अभी तक किसी भी प्रकार के समझौते की घोषणा नही की गई है।

श्रीडूंगरगढ़ में होगा रोचक मुकाबला…
श्रीडूंगरगढ़ से भारतीय जनता पार्टी ने सबसे पहले अपना उम्मीदवार ताराचन्द सारस्वत को घोषित करके मानसिक बढ़त बना ली थी। प्रत्याशी घोषित होने के बाद से ही ताराचन्द सारस्वत ने पार्टी के नेताओ और कार्यकर्ताओं से संपर्क साधना शुरू कर दिया और गाँवो में जनसम्पर्क भी आरम्भ कर दिया। वही दूसरी तरफ ना कांग्रेस, ना कॉमरेड और ना ही रालोपा सहित अन्य किसी पार्टी ने अपने उम्मीदवार घोषित किये थे। 28 अक्टूबर को विधायक गिरधारीलाल महिया ने जनसमर्थन सभा का आयोजन करके चुनावी बिगुल तो बजा दिया था लेकिन चुनाव में प्रत्याशी किस पार्टी से होंगे इसके पत्ते नही खोले थे। आज माकपा ने अपनी सूची जारी कर तय कर दिया कि श्रीडूंगरगढ़ से गिरधारीलाल महिया ही माकपा के प्रत्याशी होंगे। 6 नवम्बर को नामांकन के बाद ही तस्वीर साफ होगी कि इस विधानसभा में चुनावी महासंग्राम कैसा होगा।
कांग्रेस की सीट पर संशय बरकार
माकपा द्वारा आज उम्मीदवारों की सूची जारी कर दी गई हैं। श्रीडूंगरगढ़ से कॉमरेड गिरधारीलाल महिया ही प्रत्याशी रहेंगे। माकपा ने सूची जारी करते वक़्त किसी भी तरह के समझौता होने या नहीं होने की घोषणा की है। कांग्रेस ने अभी तक प्रत्याशी घोषित नही किया है और ना ही कॉमरेड की सूची के साथ किसी तरह के समझौते की घोषणा अभी हुई है। राजनीतिक जानकारों का कहना है कि कॉमरेड ने अपने प्रत्याशी घोषित करने के बाद कांग्रेस के लिये रास्ता खोल दिया है कि वे या तो अपना उम्मीदवार ना उतार कर सांकेतिक समझौता करे या फिर जल्द ही उम्मीदवार घोषित करके समझौते की हवाओ पर विराम लगा देवे।

