The Khabar Xpress 12 जून 2025। श्रीडूंगरगढ़ के निकटवर्ती गांव सुरजनसर में बीड़ और गोचर भूमि पर कब्ज़ा जमाये बैठे ढोंगी बाबा व हत्या में सज़ा काटकर आये दो बच्चियों के दुष्कर्म के आरोपी पर जिस प्रकार से विधायक ताराचंद सारस्वत एवं प्रशासन ने तुरंत कार्यवाही कर पीला पंजा चलाकर बीड़ और गौचर भूमि को अतिक्रमण से मुक्त करवाया है वो काबिले तारीफ़ है।
लेकिन सवाल ये है कि जब ये बीड़ भूमि पर कब्ज़ा कर रहा था तो प्रशासन की आंखे बंद थी क्या…?
क्यों उसी वक़्त कार्यवाही को अंजाम नहीं दिया गया…?
या फिर प्रशासन ऐसे ही किसी बड़े अपराध का इंतजार कर रहा था…?
कस्बे में कब चलेगा पीला पंजा…?
श्रीडूंगरगढ़ कस्बे सहित गांवों की स्थिति बहुत ही बदतर स्थिति में है। क्षेत्र में भूमाफियाओं ने “जो जमीन सरकारी है, वो जमीन हमारी है” की तर्ज पर ना वन विभाग की जमीन को छोड़ा, ना बीड़ भूमि को और ना ही गौचर को। कस्बे में नगरपालिका की सैंकड़ो बीघा जमीन को ये भूमाफिया खा गए तो हमारे पूर्वजों द्वारा गौचर के लिये छोड़ी गई अपनी बेशकीमती जमीनों पर भी अपनी गिद्ध नजर गड़ा दी। न्यायालय द्वारा भी जोहड़ पायतन की भूमि को किसी भी प्रकार के अतिक्रमण से मुक्त रखने के आदेश है लेकिन हालात किसी से छुपे हुए नहीं है। हमारे जोहड़ पायतन को भी इन कब्जेधारियों ने नहीं छोड़ा। नगरपालिका द्वारा भी अपनी जमीनों की सूची जारी कर इतिश्री कर ली। लेकिन उन जमीनों पर बसे अवैध कब्जेधारियों एवं भूमाफियाओं पर कार्यवाही पर सिर्फ चुप्पी ही है।
हालात ये है कि कस्बे के विकास के लिए जरूरी टाउन हॉल, पार्क, बाग-बगीचों एवं अन्य संस्थानों के लिए भी अब जमीनें ही नहीं बची है। विडंबना ये है कि हमारे जनप्रतिनिधियों ने भी इस ओर कभी अपनी आवाज़ बुलंद नहीं की। पूर्व विधायक हो या वर्तमान विधायक, पंच-सरपंच या प्रधान या फिर वार्ड पार्षद कोई भी इन भूमाफियाओं के खिलाफ बोलता नजर नहीं आता। कस्बे के उत्तर पुर्व में स्थित गोचर, बीड़ भूमि हो या फिर दक्षिण की वन विभाग की भूमि सब ओर भूमाफियाओं ने कब्जे जमा लिए है।
श्रीडूंगरगढ़ के वर्तमान विधायक ताराचंद सारस्वत ने अपनी चुनावी सभाओं में नगरपालिका की बेशकीमती जमीनों, गौचर-बीड़ की भूमि पर हो रहे भूमाफियाओं के खिलाफ कार्यवाही के वादे किए थे लेकिन आज सरकार बनने के इतने समय बाद भी शहर का प्रबुद्ध वर्ग ऐसी किसी कार्यवाही का इंतजार कर रहा है। जिस प्रकार सुरजनसर मामले में विधायक द्वारा तत्परतापूर्वक कार्यवाही कर पीला पंजा चलाकर भूमि को अतिक्रमण मुक्त करवाया गया था। क्या समय रहते ही ऐसी बड़ी कार्यवाही को कस्बे में भी अंजाम दिया जाएगा और शहर के लिए संरक्षित बेशकीमती भूमि को इन भूमाफियाओं के चंगुल से छुड़ाया जाएगा। उम्मीद है विधायक जनहितकारी मुद्दों से भटकेंगे नहीं और क्षेत्र को इन भूमाफियाओं से निजात दिलायेंगे।