The Khabar Xpress 03 जनवरी 2025। भारत में टाइप 2 डायबिटीज अब एक आम समस्या बन चुकी है और सबसे हैरान करने वाली बात यह है कि यह बीमारी अब सिर्फ बुजुर्गों तक ही सीमित नहीं रही है। कई शोध इस बात की ओर इशारा करते हैं कि आजकल हर चौथा युवा इस बीमारी से प्रभावित हो रहा है। लाइफस्टाइल में बदलाव, खराब खानपान और फिजिकल एक्टिविटी की कमी इसकी बड़ी वजहों में से एक है। पहले यह बीमारी बुजुर्गों में ही पाई जाती थी, लेकिन अब युवा भी तेजी से इसके शिकार हो रहे हैं। क्या इसका असर हमारी आने वाली पीढ़ियों पर भी पड़ेगा ? संजीवनी मल्टी स्पेशलिटी हॉस्पिटल श्रीडूंगरगढ़ के वरिष्ठ फिजीशियन डॉक्टर हिरामनाथ सिद्ध बता रहे है इस बढ़ते ट्रेंड के कारण और इससे बचने के उपाय।
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डायबिटीज की चपेट में क्यों आ रहे युवा?
लाइफस्टाइल और डाइट में बदलाव
आजकल के युवाओं में फास्ट फूड और जंक फूड का सेवन तेजी से बढ़ रहा है। इन चीजों में भारी मात्रा में चीनी और सैचुरेटेड फैट होता है, जो शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाकर टाइप 2 डायबिटीज का खतरा बढ़ाती है। इसके अलावा, फिजिकल एक्टिविटी में कमी और ज्यादा समय तक बैठे रहने की आदत भी इस समस्या को और गंभीर बना रही है। युवाओं में कार्बोहाइड्रेट से भरपूर ड्रिंक्स, पैकेज्ड फूड आइटम्स और मिठाइयों का जरूरत से ज्यादा सेवन भी चिंता का कारण बन रहा है।
मेंटल स्ट्रेस और काम का दबाव
मॉडर्न लाइफस्टाइल में बढ़ते कम्पटीशन और टाइम की कमी के कारण युवाओं पर स्ट्रेस का बोझ लगातार बढ़ रहा है। लगातार काम का दबाव, एग्जाम्स का स्ट्रेस और पर्सनल प्रॉब्लम्स उनकी मेंटल हेल्थ पर गहरा असर डालती करती हैं। यह स्ट्रेस शरीर में हार्मोनल बदलाव की वजह बनता है, जो डायबिटीज के खतरे को बढ़ा सकता है।
जेनेटिक कारण
अगर परिवार में किसी सदस्य को टाइप 2 डायबिटीज है, तो अन्य सदस्यों में भी इस बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। हालांकि, हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाकर आप इस खतरे को काफी हद तक कम भी कर सकते हैं।
क्या कहते हैं डॉक्टर?
डॉ हिरामनाथ सिद्ध के मुताबिक, युवाओं में टाइप 2 डायबिटीज के मामलों में बढोतरी खासतौर से उनके खराब लाइफस्टाइल और खानपान की आदतों के कारण है। जंक फूड और शुगरी आइटम्स का ज्यादा सेवन, शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस को बढ़ाकर डायबिटीज का कारण बनता है। इसके अलावा, फिजिकल एक्टिविटी में कमी और स्ट्रेस भी इस बीमारी के जोखिम को बढ़ाते हैं। डॉ. सिद्ध बताते हैं कि हेल्दी डाइट, रेगुलर एक्सरसाइज और स्ट्रेस मैनेजमेंट के तरीकों को अपनाकर आप इस गंभीर बीमारी से बच सकते हैं।