



The Khabar Xpress 12 दिसम्बर 2024। गत कांग्रेस सरकार में श्रीडूंगरगढ़ में स्वीकृत ट्रॉमा का ड्रामा खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा। एक तरफ राजेन्द्र स्वामी की अगुवाई में कस्बे के जागरूक युवाओं द्वारा कस्बे में जल्द से जल्द ट्रॉमा सेंटर का निर्माण हो, इसके लिए 15 अक्टूबर से श्रीडूंगरगढ़ उपखंड कार्यालय के आगे अनवरत धरना चल रहा है जो अब क्रमिक अनशन में बदल चुका है। लेकिन इस धरने प्रदर्शन की गूंज शायद प्रशासन और भामाशाह के कानों तक अभी पहुंची नही है। दूसरी और भामाशाह और प्रशासन की चुप्पी भी बड़े सवाल खड़े कर रही है।
आमजन को गुमराह तो नहीं कर रहे भामाशाह..?
कस्बे में अभी ट्रॉमा सेंटर निर्माण की चर्चा हर ओर है। निर्माण जल्द हो इसके लिए युवा धरने पर है तो कई सामाजिक संगठन भी इसके निर्माण के रास्ते साफ हो इसके लिए प्रयासरत है। लेकिन जिस तरह की चुपी भामाशाहो द्वारा धारण की गई है उससे कहीं न कहीं आमजन को भ्रमित करके रखा हुआ है। सूत्रों के अनुसार भामाशाहो द्वारा वर्तमान सरकार के द्वारा ट्रॉमा सेंटर में बेसमेंट निर्माण की मांग पर बार बार अस्वीकृति दी जा रही है। उनका कहना है कि पहले के एमओयू में ऐसे किसी भी निर्माण की बात नहीं कही गयी थी। जबकि सरकार अब उनपर ये निर्माण थोप रही है। सरकार द्वारा भामाशाहो को नवीन नक्शे और निर्माण शुरू करने के पत्र भी लिखे जा चुके है फिर भी अभी तक किसी भी प्रकार का नतीजा प्रत्यक्ष नहीं दिखाई दे रहा।
The Khabar Xpress ने विभागीय पत्रावली के बारे में जानकारी निकाली तो ये सामने आया है कि गत कांग्रेस सरकार में ही 8 सितंबर 2023 को एक पत्र में ही भामाशाहो को लिख दिया था कि आवंटित 16100 वर्गमीटर भूमि पर ट्रॉमा सेंटर का निर्माण वर्टिकली (ट्रिपल स्टोरी) तीन तल्ले में हो सकता है। जबकि दानदाताओं द्वारा भवन निर्माण का ड्राइंग जी+1 के अनुसार ही प्रस्तुत किया है। विभाग द्वारा भूमि अनुसार ही स्पष्ट प्रस्ताव प्राप्त करने के आदेश दिए गए थे।

इस पत्रानुसार प्रतीत होता है कि पूर्व विधायक और भामाशाहो द्वारा आमजन को भ्रमित किया गया था। जबकि पूर्ववर्ती सरकार ने ही ट्रिपल स्टोरी निर्माण की मांग कर ली थी और इल्जाम वर्तमान सरकार एवं प्रशासन पर लगाये जा रहे है।
नामकरण स्वीकृति के पत्र पर फैलाया जा रहा भ्रमजाल
वर्तमान प्रशासन और सरकार के विरोधियों द्वारा आमजन में एक विभागीय पत्रावली द्वारा ये भ्रमजाल फैलाया जा रहा है कि 4 अक्टूबर 2023 को ही इसके निर्माण स्वीकृति दे दी गयी थी। जबकि उस पत्रावली में स्पष्ट लिखा हुआ है कि उपजिला चिकित्सालय एवं ट्रॉमा सेंटर श्रीडूंगरगढ़ जिला बीकानेर का भवन निर्माण दानदाताओं द्वारा विभागीय नॉर्म्स के अनुसार करवाये जाने एवं भवन निर्माण पश्चात नामकरण किये जाने की स्वीकृति सरकारी शर्तो पर प्रदान जाती है।


विश्व हिन्दू परिषद ने दी चेतावनी
विश्व हिन्दू परिषद श्रीडूंगरगढ़ द्वारा भी आवंटित भूमि पर सरकारी नॉर्म्स के अनुसार ट्रॉमा सेंटर के निर्माण को जल्द से जल्द पूरा करने के लिये मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा को पत्र लिखकर जिला कलेक्टर बीकानेर को सौंपा। विश्व हिंदू परिषद ने स्पष्ट चेतावनी दी कि किसी भी तरह का कमजोर भवन निर्माण करने नहीं देंगे। विश्व हिंदू परिषद ने लिखा है कि अगर दानदाता विभाग के अनुसार व लागत के अनुसार निर्माण करने में सहमत नहीं है तो उनका असहमति पत्र लेकर दूसरे भामाशाह या सरकार द्वारा ट्रॉमा सेंटर का निर्माण करवाया जाए।


आमजन की जनभावनाओं को दृष्टिगत रखते हुए सरकार इसके निर्माण का रास्ता जल्द से जल्द खोले और जो युवा इस सर्दी में भी उपखंड कार्यालय के आगे धरने पर बैठे है उनके स्वास्थ्य को देखते हुए उनकी मांगों पर आशान्वित कार्यवाही की जाए।

