



The Khabar Xpress 25 सितम्बर 2024। हम देखते है कि जब कभी बड़े नेता, विधायक, सांसद या मंत्री कहीं जाते है तो उनके साथ उनके सहयोगियों के अलावा क्षेत्र के छुटभैये नेताओं की फौज भी साथ मे जुड़ जाती है। कई बार छोटी और अवांछनीय जगहों पर जाने से इन छुटभैये नेताओं के कारण वहां उपस्थित लोगों को परेशानी का सामना करना पड़ता है या फिर उन छुटभैये नेताओं के व्यर्थ के हस्तक्षेप पर वहां कार्यरत कर्मचारियों को परेशानी उठानी पड़ती है। इन्ही प्रकार के नेताओं और उनके छुटभैये सहयोगियों की वजह से डॉक्टरों ने सामुहिक त्यागपत्र का अल्टीमेटम दे दिया है। जिसका लेटर सोशल मीडिया पर बहुत वायरल हो रहा है।
घटना बादमे की है। बाड़मेर मेडिकल कॉलेज के हॉस्पिटल में नेताओं समेत अन्य लोगों की दखल रोकने के लिए डॉक्टरों ने सामूहिक त्याग पत्र देने का अल्टीमेटम दिया है। डॉक्टर्स ने काली पट्टी बांधकर विरोध प्रदर्शन करते हुए चिकित्सा मंत्री के नाम जिला कलेक्टर को इसके लिए ज्ञापन दिया। डॉक्टरों ने अल्टीमेटम देते हुए कहा कि अगर तीन दिन में एरिया मजिस्ट्रेट की ओर से पूर्ण रूप से पाबंदी नहीं लगाई तो सामूहिक त्याग-पत्र दिया जाएगा।

मंगलवार को अस्पताल से डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ जिला कलक्ट्रेट पहुंचे। वहां स्वास्थ्य मंत्री के नाम का ज्ञापन बाड़मेर एडीएम को दिया गया। डॉक्टरों व नर्सिंग स्टाफ ने एडीएम को बताया कि अस्पताल में फिलहाल करीब 5 हजार ओपीडी हैं। मरीजों की संख्या को देखते हुए विधायक, सांसद अस्पताल की व्यवस्था देखने आते हैं लेकिन उनके साथ भीड़ और अन्य नेता-कार्यकर्ता डॉक्टरों और नर्सिंग स्टाफ के काम में हस्तक्षेप करते हैं। इससे मरीज भी परेशान हैं। इससे आहत होकर डॉक्टरों ने स्वास्थ्य मंत्री के नाम जिला प्रशासन को ज्ञापन दिया है।
डॉक्टरों ने कहा कि हमने सरकार और प्रशासन से कहा है कि अगर अगले तीन दिनों तक क्षेत्राधिकारी और संबंधित थाना पुलिस ने इस पर अंकुश नहीं लगाया तो तीन दिन बाद डॉक्टर सामूहिक रूप से इस्तीफा दे देंगे। तब तक सभी डॉक्टर काली पट्टी बांधकर विरोध जताएंगे।

