



द खबर एक्सप्रेस 24 अक्टूबर 2023। राजस्थान विधानसभा चुनाव में कांग्रेस उम्मीदवारों की दूसरी लिस्ट में पांच निर्दलीय विधायकों को टिकट दिया गया है। सचिन पायलट ने 2020 में गहलोत सरकार को गिराने की मंशा से बगावत कर दी थी। उस समय 13 निर्दलीय विधायकों और 6 बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों के दम पर सीएम अशोक गहलोत सरकार बचाने में कामयाब हो गए थे। यही निर्दलीय विधायक राजस्थान की अशोक गहलोत सरकार के खेवनहार बने थे। सीएम गहलोत ने 13 में से 5 निर्दलीय विधायकों को टिकट दिलवा दिया है। ऐसा माना जा रही है कि बसपा से कांग्रेस में शामिल हुए विधायकों को तीसरी लिस्ट में जगह मिल सकती है। निर्दलीय विधायक ओमप्रकाश हुडला, सीएम सलाहकार संयम लोढ़ा, बाबूलाल नागर, लक्ष्मण मीणा और खुशवीर जोजावर को टिकट दिया गया है।
पायलट को नहीं मिला था निर्दलियों का साथ
सियासी जानकारों का कहना है कि 2020 में सचिन पायलट ने सरकार को गिराने की पूरी तैयारी कर ली थी। पायलट कैंप ने 30 विधायकों का दावा किया था। लेकिन संख्या गणित कम पड़ गया। जानकारों का कहना है कि इसके बाद पायलट ने सुलह करना ही ठीक समझा। दरअसल, पायलट को निर्दलीय और बसपा विधायकों का साथ नहीं मिला था। सीएम गहलोत ने निर्दलीय और बसपा विधायकों की सूची राज्यपाल सौंपकर बहुमतता सिद्ध करने का दावा पेश कर दिया था। इसके बाद पायलट ने सुलह कर ली और अपने समर्थकों के साथ जयपुर लौट आए थे।
15 मंत्रियों को टिकट, 13 मंत्री गहलोत समर्थक
राजस्थान में सीएम गहलोत सहित कुल 21 मंत्री है। दूसरी लिस्ट में 15 मंत्रियों को फिर से टिकट दिया गया है। सभी गहलोत समर्थक माने जाते हैं। ऐसे में कहा जा सकता है कि दूसरी लिस्ट गहलोत सचिन पायलट से काफी आगे रहे हैं। हालांकि, लिस्ट जारी होने से पहले पायलट ने कहा था कि उन्होंने गहलोत समर्थकों के नाम का विरोध नहीं किया है। पार्टी जिताऊ उम्मीदवार को टिकट देगी। दूसरी लिस्ट में मंत्री गोविंद राम मेघवाल, बुलाकी दास कल्ला, बृजेंद्र ओला, राजेंद्र सिंह यादव, प्रताप सिंह खाचरियावास, शकुंतला रावत, विश्वेंद्र सिंह, भजन लाल जाटव, मुरारी लाल मीणा, परसादी लाल मीणा, सुखराम बिश्नोई, अर्जुन बामनिया, उदय लाल आंजना, रामलाल जाट और प्रमोद जैन भाया को टिकट दिया है। इनमें से एकमात्र मंत्री बृजेंद्र ओला और मुरारी लाल मीणा सचिन पायलट समर्थक माने जाते है।

