



द खबर एक्सप्रेस 21 अक्टूबर 2023। श्रीडूंगरगढ़ के कालुबास स्थित चिमनाराम जी माली के कुएं के पास गत 15 अक्टूबर से सत्यनारायण, भगवानाराम, मांगीलाल गौड परिवार द्वारा संगीतमय श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ एवं नानी बाई का मायरा का धार्मिक भक्तिमय आयोजन करवाया जा रहा है। कथा का वाचन बाल व्यास अक्षय अनन्त गौड़ श्रीमुख से हो रहा है। कथा के 6ठे दिन शुक्रवार 20 अक्टूबर को विश्वस्तरीय गौ चिकित्सालय नागौर के संस्थापक श्री श्री 1008 महामंडलेश्वर स्वामी श्री कुशालगिरी जी महाराज श्रीडूंगरगढ़ कथास्थल पर पहुंचे। स्वामी जी ने आध्यात्मिक प्रवचन देते हुए कहा कि गौमाता के सरंक्षण एवं सेवा से ही भगवत प्राप्ति हो सकती है। व्यक्ति को आपसी राग द्वेष मिटाकर प्रेम से रहना चाहिए। व्यक्ति खाली हाथ आया है और खाली हाथ ही जायेगा। व्यर्थ की मोह माया में पड़कर सांसारिक भौतिक सुखों में रत हो जाता है। व्यक्ति जमीन के एक छोटे से टुकड़े के लिए भी आपस मे बैर बांध लेते है। भाई का भाई दुश्मन हो जाता हैं।

गौड परिवार द्वारा महंत श्री कुशालगिरी जी महाराज का शॉल और साफा पहनाकर स्वागत अभिनन्दन किया गया। गोड परिवार के मुकेश माली ने बताया कि महंत जी का अभिनंदन 51 किलो की पुष्पमाला पहनाकर किया गया।महंत जी ने आये हुए सभी भक्तों को शुभाशीर्वाद दिया।

गोड परिवार ने भरा मायरा
श्रीडूंगरगढ़के कालुबास निवासी स्व. चिमनारामजी गौड़, स्व. दौलतराम जी गौड़ (माली) के सुपुत्रों सत्यनारायण, भगवाना राम, मांगीलाल, वेंकट गौड़ और पौत्रो ने श्रीमद्भागवत कथा ज्ञानयज्ञ के दौरान बाल व्यास अक्षय अनन्त गौड़ द्वारा रात्रि में किये जा रहे नानीबाई के मायरे के लिए उपस्थित जनसमूह और महन्त श्री श्री 1008 श्री कुशालगिरी जी महाराज के समक्ष गौसेवार्थ दो लाख इक्यावन हजार रुपये का मायरा भरा।



