




द खबर एक्सप्रेस 05 अक्टूबर 2023। श्रीडूंगरगढ़ शहरवासियों की वर्षों पुरानी मांग और जरूरत थी कस्बे में ट्रॉमा सेंटर की। कस्बा राष्ट्रीय राजमार्ग पर स्थित होने एवं गत वर्षों में आसपास होने वाली दुर्घटनाओं को देखते हुए शहर में एक बड़े अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर की बेहद जरूरत थी। श्रीडूंगरगढ़ का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र मुख्य बाजार के भीड़भाड़ वाले इलाके में स्थित है साथ ही उसका परिसर बेहद ही छोटा है। स्वास्थ्य जरूरतों को देखते हुए अस्पताल की जगह कम पड़ रही थी और काफी समय से जनता की भी मांग थी कि यहां ट्रॉमा सेंटर बनना चाहिए। लेकिन कुछ तो राजनितिक कारणों से और कुछ विभागीय उदासीनता की वजह से आज तक ट्रॉमा सेंटर नही बन पा रहा था।
शहर के जागरूक नागरिको और प्रशासन ने श्रीडूंगरगढ़ की उस जगह को ट्रॉमा सेंटर के लिए चिह्नित किया जो साम्प्रदायिकता के कारण नाकारा हो रखी थी। उस जमीन पर सभी तरह की प्रशासकीय एवं विभागीय स्वीकृति मिलने के बाद आखिरकार शहर में ट्रॉमा सेंटर के लिये जगह चिह्नित हुई।
भामाशाह बाहेती और चांडक परिवार ने दी ट्रॉमा सेंटर निर्माण की स्वीकृति
सर्वप्रथम क्षेत्र के भामाशाह रामकिशन बाहेती परिवार द्वारा स्व. सोना देवी बृजलाल बाहेती की स्मृति में ट्रॉमा सेन्टर और उप जिला अस्पताल के भवन निर्माण की इच्छा जताई थी। साथ ही उन्ही के रिश्तेदार दूसरे भामाशाह पवन चांडक द्वारा भी अपनी माताजी स्व.भगवती देवी की स्मृति में ट्रॉमा सेंटर और जिला अस्पताल बनाकर जनता को सुपुर्द करने की इच्छा जताई गई। फिर दोनों ही परिवारों बाहेती और चांडक परिवार ने आपसी सहमति से साथ मिलकर बाहेती-चांडक उपजिला अस्पताल बनाने की स्वीकृति प्रदान की, जो आज विधायक गिरधारीलाल महिया के प्रयासों से साकार हुई और विधायक महिया ने हजारो लोगो के समक्ष बाहेती-चांडक उपजिला अस्पताल और ट्रॉमा सेंटर का शिलान्यास किया। इस शिलान्यास समारोह के साक्षी क्षेत्र के जनप्रतिनिधि एवं समाजसेवी बने।


