



द खबर एक्सप्रेस 20 सितंबर 2023।
मैं याचक हूँ
माँगने आया हूँ क्षमा
अपने उन कृत्यों के लिए
जिनसे अनजाने में ही सही
कष्ट तो पहुँचा है
विशाल हृदय के किसी अंश में
या फिर
आंशिक भूल से हुई है विराट वेदना
क्षमादान देकर उपकृत करें
श्रेष्ठता का सहज दर्शन करें
मानवीयता का उदाहरण प्रस्तुत करें
इस आत्मा को उस आत्मा से मिलन का
पथ प्रदर्शन करें
संसार में आना सार्थक हुआ
इसे अति सिद्धम करे
वाणी, काया सक्षम नहीं है क्षमा माँगने हेतु
हृदय के भावों से
हृदय के तल से
क्षमा के पटल पर
अंकित करो अपना नाम क्षमाशूर।।
राजू हिरावत, श्रीडूंगरगढ़

