



The Khabar Xpress 27 दिसंबर 2024। बीकानेर जिले में ठंड ने अपना प्रकोप दिखाना शुरू कर दिया है। कड़ाके की ठंड और शीतलहर ने ग्रामीणों को अब आग का सहारा लेने के लिए मजबूर कर दिया है। इस सर्दी के साथ कोहरा भी अपना असर दिखा रहा है। आज शुक्रवार को सुबह होते ही हल्की बूंदाबांदी और घने कोहरे की चादर बिछ गई। सूर्यदेव ने पूरे दिन ही दर्शन नहीं दिए तो रुक रुक कर हो रही बौछारों ने आमजन के जनजीवन को अस्त व्यस्त कर दिया। सुबह होते ही ग्रामीण क्षेत्र कोहरे की चादर से ढक गए। लोग ठंड से बचने के लिए सुबह शाम अलाव का सहारा ले रहे हैं। लोगों का कहना है कि अभी तो सर्दी की शुरुआत ही हुई है। लोग इससे बेहाल हो गए हैं। उधर सूखी ठंड के कारण लोगों के स्वास्थ्य पर खतरा मंडरा रहा है। कस्बे के समाजसेवी विमल भाटी, अशोक बिहाणी, ओमप्रकाश छंगाणी, सांवरमल सारस्वत, मांगीलाल बिहाणी, सुरेश सोमाणी, सुशील तावणियाँ, राकेश बिहाणी, नोरतमल शर्मा, महेन्द्र भाटी, नंदकिशोर शर्मा, गोपाल बिहाणी का कहना है कि कड़ाके की ठंड में अलाव ही अब सहारा है। कड़ाके की ठंड और शीतलहर के चलते लोग ठिठुर गए और लोग अलाव का सहारा लेते नजर आ रहे हैं। तेज सर्दी होने की वजह से लोग घरों से भी बाहर कम निकल रहे हैं।

श्रीडूंगरगढ़ कृषि विभाग के कृषि अधिकारी डॉ कन्हैयालाल सारस्वत ने बताया कि पाला पड़ने और आज होने वाली बूंदाबांदी फसलों के लिये अमृत के समान है। किसानों को इससे बहुत फायदा पहुंचेगा। इस ओस से जमीन में नमी बनी रहती है जो इस क्षेत्र की गेंहू, चना और सरसों की फसलों के लिए रामबाण औषधि है।

