



The Khabar Xpress 23 दिसम्बर 2024। सोमवार अलसुबह को इलाके में मावठ के रूप में अमृत बरसा। बीकानेर और श्रीडूंगरगढ़ के आसपास के इलाकों में अलसुबह बारिश आरम्भ हो गई। हालांकि मौसम विभाग ने दिसंबर माह में मावठ नहीं होने की भविष्यवाणी की थी, लेकिन इलाके में एकाएक हुई इस बरसात ने लाखो बीघा में बोई रबी फसलों को एक बार जीवन दान दे दिया। मावठ की पहली बारिश ने किसानों के चेहरे पर मुस्कराहट ला दी।

श्रीडूंगरगढ़ के कृषि अधिकारी कन्हैयालाल सारस्वत ने बताया कि इस मावठ से क्षेत्र के लाखों बीघा जमीन पर बोई गेंहू, चना और सरसों की फसलों को फायदा पहुंचेगा। बरसात के कारण अब सर्दी बढ़ेगी। मावठ के बाद अब ओस और धुंध शुरू हो जाएगी। इससे फसलों को सिंचाई पानी की डिमांड कम होगी। अब अधिकतम तापमान में गिरावट होगी। मौसम वैज्ञानिकों ने बताया कि पश्चिमी राजस्थान पर एक कमजोर पश्चिमी विक्षोभ के प्रभाव से मौसम बदला है। आगामी 24 घंटों में अलग अलग क्षेत्रों में हल्की बारिश होने के आसार रहेंगे।
इसके बाद 26 दिसंबर को एक नया पश्चिमी विक्षोभ सक्रिय होगा। 28 दिसंबर तक इसका प्रभाव रहेगा। इससे बादलवाही के साथ ही अलग अलग क्षेत्रों में हल्की बारिश होगी। 28 के बाद हवाओं में नमी का प्रभाव भी बढ़ जाएगा तथा अलग अलग क्षेत्रों में कोहरे का भी प्रभाव रहेगा।
किसान कमलकिशोर नाई ने बताया कि खेतों में खड़ी फसलों को इस रिमझिम बारिश से फायदा होगा। सरसों और गेहूं की फसल के लिए रिमझिम बारिश फायदेमंद होती है।

