



The Khabar Xpress 17 सितम्बर 2024। श्रीडूंगरगढ़ के निकटवर्ती गांव जोधासर में श्री क्षत्रिय युवक संघ का चार दिवसीय प्राथमिक प्रशिक्षण शिविर सोमवार 16 सितम्बर को शाम के सत्र के पश्चात समापन हुआ। शिविर संचालक गुलाबसिंह आशापुरा ने बताया कि शिविर में प्रतिदिन ब्रह्म मुहूर्त से शयनकाल तक प्रार्थना, योग प्रशिक्षण, शारीरिक प्रशिक्षण व खेल, हवन, बौद्धिक ज्ञान, मनोरंजन, सत्संग, प्रशिक्षण स्थल पर स्थापित केसरिया ध्वज का तलवार से पहरा एवं अन्य गतिविधियों का संचालन एवं प्रशिक्षण संघ सेवको को दिया गया।

शिविर के अंतिम दिन समापन सत्र में अपने संबोधन में उन्होंने कहा कि क्षत्रियोचित जीवन का सार यही है कि अपने जीवन को समाज सेवा और जनहित के कार्यो में समर्पित किया जाए। सनातन संस्कृति एवं धर्म की रक्षा करना और गीता ज्ञान से स्वयं तथा परिवार को संस्कारित कर करना चाहिए। उन्होंने कहा कि व्यक्ति को अपने सद्गुणों में बढ़ोतरी करके हमेशा सत्कर्म में अग्रसर रहना चाहिए एवं दुर्गुणों एवं दुर्गण व्यक्ति व कार्यो से दूर रहना चाहिए। श्री क्षत्रिय युवक संघ पिछले 78 वर्षों में समाज के युवाओं को संस्कारवान एवं मानवसेवा में अपना जीवन जीने की प्रेरणा दे रहा है। उन्होंने कहा कि सभी धर्मों के देवी-देवता, लोकदेवता, तीर्थंकर, सती, जुझार ने मानव सेवा को ही सर्वोपरि मानते हुए अपना जीवन जिया था इन सभी का जीवन एवं आदर्श हमारे प्रेरणा स्रोत है।

संघ के प्रांत प्रमुख जेठूसिंह पुन्दलसर ने बताया कि
शिविर में झंझेऊ, जोधासर, पुन्दलसर, लखासर, नारसीसर, धर्मास, इन्दपालसर हीरावतान, गुसांईसर, जाखासर, कानासर, भादला, नोखा गांव, मोरखाना, श्रीडूंगरगढ़, बीकानेर शहर व अनेक गांवों के 140 बालकों को प्रशिक्षण दिया गया।

ओमपालसिंह, कुलदीपसिंह सहित ग्रामवासियों द्वारा आयोजन व्यवस्था की गई है। शिविर के दौरान जोधासर ग्रामवासियों का स्नेहमिलन आयोजित किया गया। शिविर में प्रांत प्रमुख सहित कल्याणसिंह, रणवीरसिंह, भागीरथसिंह, विजयसिंह, महेंद्रसिंह, संदीपसिंह, जसवंतसिंह, कैलाशसिंह, हरीसिंह, प्रभुसिंह, दशरथसिंह, विक्रमसिंह सहित अनेक सहयोगी उपस्थित रहे।


