



The Khabar Xpress 12 सितंबर 2024। आजकल श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र में एक आयोजन बेहद चर्चा में है। आगामी 15 सितंबर को क्षेत्र के गांव रिड़ी में सरपंच प्रतिनिधि हेतराम जाखड़ द्वारा अपने कार्यकाल में निर्मित खेल मैदान का उद्घाटन चर्चा का विषय बना हुआ है। जाखड़ द्वारा आयोजित इस उद्घाटन समारोह में विशाल किसान महासम्मेलन आयोजित होगा। इस विशाल किसान महासम्मेलन में राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा, चुरू सांसद राहुल कस्वां, राजस्थान के पूर्व केबिनेट मंत्री गोविंदराम मेघवाल सहित प्रदेश सहित बीकानेर क्षेत्र के दिग्गज कांग्रेसी नेता शामिल होंगे। इस खेल मैदान और किसान महासम्मेलन की तैयारियां जोर शोर से हो रही है। कार्यकर्ता गांव गांव संपर्क करके किसान महासम्मेलन का निमंत्रण दे रहे है।

चर्चा में है किसान महासम्मेलन
ये किसान महासम्मेलन पंचायती राज चुनावो से कुछ महीने पहले ही हो रहा है। 2025 के शुरूआती महीनों में ही पंचायती राज के चुनाव होने है। 2024 का साल भी चुनावो की सरगर्मियों में ही शुरू हुआ और अब चुनावी सरगर्मियों में ही समापन की ओर अग्रसर है। विधानसभा चुनाव का खुमार उतरा ही नहीं था कि लोकसभा के चुनावों का खुमार क्षेत्र के राजनीतिक गलियारों में चढ़ चुका था। अब वर्षांत आते आते पंचायती राज चुनावों की चर्चा गांव की चौपालों पर होने लगी है। राजस्थान में भाजपा की सरकार बनने और श्रीडूंगरगढ़ में भाजपा विधायक ताराचंद सारस्वत की जीत ने क्षेत्र में भाजपा में नेतृत्व को साफ कर दिया है लेकिन श्रीडूंगरगढ़ कांग्रेस का भविष्य अब नए नीति निर्धारकों का इंतजार कर रहा है। श्रीडूंगरगढ़ के पूर्व विधायक मंगलाराम गोदारा की तीन लगातार जीतो ने जहां उन्हें क्षेत्र के एकमात्र किसान नेता एवं कांग्रेस के नेतृत्व के रूप में स्थापित किया वहीं लगातार तीन हारो ने इनके राजनैतिक भविष्य पर भी प्रश्न चिह्न लगा दिया। राजस्थान की कांग्रेस सरकार का पिछला कार्यकाल श्रीडूंगरगढ़ में कांग्रेस और कॉमरेड के बीच अधरझूल में रहा था वहीं वर्तमान में कांग्रेस में अब धीरे धीरे नए क्षेत्रीय नेतृत्व की सुगबुगाहट भी आरम्भ हो चुकी है।

नये खेल मैदान का उद्घाटन या नये राजनैतिक मैदान की तैयारी
रिड़ी सरपंच प्रतिनिधि के नेतृत्व में खेल मैदान के उद्घाटन के साथ विशाल किसान महासम्मेलन का भी आयोजन हो रहा है। इस आयोजन में प्रदेश के कांग्रेसी नेताओं के साथ क्षेत्र के भी कांग्रेसी नेता शिरकत करेंगे। राजनैतिक गलियारों के पाटों पर चर्चा खास है कि खेल मैदान तो बहाना है। नये राजनैतिक मैदान को साधना है। जानकारों का मानना है कि लगातार तीन हारो से पूर्व विधायक के नेतृत्व की बागडोर अब नए मैदान में नए खिलाड़ी के पास जाने की कवायद ही तो नहीं है ये खेल मैदान।

प्रश्न ये है कि राजस्थान कांग्रेस के प्रदेशाध्यक्ष गोविंद डोटासरा का आगमन राजनीति के इस नए मैदान पर नए खिलाड़ी को उतारने की तैयारी तो नहीं…?
पूर्व विधायक के कमजोर पड़ते राजनैतिक नेतृत्व को नए हाथों में देने का मैदान तो नहीं तैयार हो रहा..?
क्या ये खेल मैदान अब नव युवाओं के हाथों में इस राजनैतिक मैदान में नेतृत्व की कमान को सौंपने का मंच तो नहीं…?
उत्तर भविष्य के गर्भ में है। लेकिन हम सभी जानते है कि गत विधानसभा चुनावों में रिड़ी सरपंच प्रतिनिधि भी कांग्रेस के टिकटों के प्रबल नए दावेदार बनकर उभरे थे और राजस्थान कांग्रेस प्रदेशाध्यक्ष के साथ उनकी गहरी नजदीकियां है।
इंतज़ार 15 सितंबर का है जिस दिन नए मैदान का उद्घाटन होगा, देखना ये है कि ये खेल मैदान है या राजनैतिक मैदान।




