



The Khabar Xpress 21 अप्रेल 2024। श्रीडूंगरगढ़ क्षेत्र के गांव सुरजनसर की रोही में जोहड़ के पास जंगली कुत्तों ने आतंक मचा रखा है। ये कुत्ते आये दिन कभी पालतू जानवरों और कभी हिरणों पर हमला करके घायल कर देते है। कल 20 अप्रेल शनिवार शाम को भी एक हिरण पर इन जंगली कुत्तों ने हमला करके घायल कर दिया। गांव के जागरूक युवा विष्णु सोनी ने प्रशासन पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए बताया कि शनिवार शाम जोहड़ के पास जंगली कुत्तों ने हिरण पर हमला कर दिया था। तब वही ट्यूबवेल पर बैठे उदरासर गांव के बुजुर्ग रूपदास स्वामी ने जैसे तैसे उस हिरण को छुड़वाया। गांव के ही युवा इंद्राज शर्मा और पवन ने घायल हिरण को सुरक्षित स्थान पर लाकर मुझे सूचना दी। जहां हमने घायल हिरण का गांव के मेडिकल स्टोर पर प्राथमिक उपचार करवाया। मैने साढ़े छः बजे बीकानेर वन विभाग के कंट्रोल रूम के लैंडलाइन नम्बर 01512527901 पर सूचना दे दी। मुझे फोन पर कहा गया कि आपके पास वन विभाग के कर्मचारी का फोन आजायेगा लेकिन मैं और मेरे साथी आधा घण्टे तक उनके फोन का इंतजार करते रहे, उनका कोई फोन नही आने पर हम सभी युवाओं ने फोन पर वन विभाग के कर्मचारियों से संपर्क करना शुरू कर दिया। 7 बजे के बाद दोबारा कंट्रोल रूम से संपर्क करने पर मौजूद व्यक्ति ने हमसे कहा कि उसका काम आगे अपने अधिकारियों को सूचना देने का है जो मेने दे दी। इसके बाद हमने श्रीडूंगरगढ़ रेंजर राजेन्द्र कुमार को उनके मोबाइल पर सम्पर्क किया तो उन्होंने स्पष्ट रूप से कह दिया कि हमारे पास कोई सरकारी वाहन तो है नही जो हम आये। आप उस घायल हिरण को स्वयं ही पहुंचा देवे। हमारे विरोध करने पर उस वनकर्मी ने कहा कि हमारा स्टाफ टेम्पो से आपके पास आजायेगा। विष्णु सोनी ने बताया कि उसके बाद रात साढ़े आठ बजे के करीब वनकर्मी सुरजनसर टेम्पो से पहुँचा। ग्रामवासी युवा इस पर अत्यधिक क्रोधित हो गए और आपत्ति जताई कि अगर घायल जानवरो को इतनी देर से इलाज मिलेगा तो वे मर जायेंगे। प्रशासन लापरवाही बरत रहा है। प्रशासन को कितनी ही बार इन जंगली कुत्तों के आतंक के बारे में सूचना दे दी गयी लेकिन वही तक इस पर कोई कार्यवाही नही हुई है। क्या प्रशासन जनहानि के बाद अपनी आंखे खोलेगा..? गांव के जागरूक युवाओं ने प्रशासन और विधायक ताराचन्द सारस्वत से इस पर जल्द संज्ञान लेने की अपील की।
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