



द खबर एक्सप्रेस 21 मार्च 2024। आज के द्रुतगामी दौर में समय और गति वाली रेलगाड़ियां जीवन की आधारभूत जरूरत बन चुकी हैं। रेलगाड़ियों के बिना किसी भी क्षेत्र की आर्थिक स्थिति में बदलाव की कल्पना करना ही बेमानी है। उपयुक्त समय पर मिलने वाली रेलगाड़ियां ही आज लोगों की लाईफ लाइन है और ऐसे में दशकों से वंचित इस एरिया के दर्जनों गांवों को रेलों का ठहराव मिलना एक बड़ी उपलब्धि है। दशकों की मांग तथा लंबे संघर्ष के बाद अर्जनसर क्षेत्र के एक्सप्रेस गाड़ियों के ठहराव के शुभारंभ समारोह में बोलते हुए ये बात भाजपा नेता और पूर्व उप प्रधान शिवरतन शर्मा ने कही। शर्मा ने इस मांग के समर्थन में वर्ष 1996 से अब तक सहयोगी रहे सांसद, अधिकारी सहित तमाम जन प्रतिनिधि का ब्यौरा देते हुए उनका आभार जताया। ठहराव की सौगात मिलने से खुश और उत्साहित यहां के ग्रामीणों ने आज बाड़मेर ऋषिकेश के उप डाउन के ठहराव पर उत्सव मनाया तथा रेल के लोको पायलट, टीटी और गार्ड सहित स्टेशन स्टाफ का तिलक, माला और साफा पहनाकर स्वागत किया। मिठाई बांटते हुए लोगों ने रेल इंजन को फूल मालाओं से सजाया तथा पटाखे फोड़कर खुशी का इजहार किया। रेलवे प्लेटफॉर्म पर आयोजित कार्यक्रम में भारी तादाद में क्षेत्र के जागरूक ग्रामीण तथा युवा कार्यकर्ता शामिल हुए तथा चंग ढोल बजाते हुए गुलाल लगाकर फागोत्सव का जश्न मनाया। दशकों से ट्रेनों के ठहराव के संघर्ष में अगुवा रहे पूर्व उपप्रधान शिवरतन शर्मा को लोगों ने तहेदिल से आभार जताया तथा प्रथम बार रुकी ट्रेन को हरी झंडी दिखाकर शुभारंभ करने का अवसर दिया। इस सफलता का श्रेय क्षेत्र की जनता की लग्न और युवा पीढ़ी की सक्रियता को देते हुए शर्मा ने बताया कि यह तो मात्र शुरुआत है। अभी क्षेत्र को दिल्ली, जयपुर की गाड़ियों के अलावा एफओबी, पाथवे, ओवरब्रिज की नितांत आवश्यकता है तथा सेना के लोडिंग अनलोडिंग यार्ड को कस्बे से अलग बनवाने के कार्य करने हैं।
स्टॉपेज के समारोह में व्यवसाय से जुड़े आईदान ओझा, हेतराम सारण, देवीलाल सारण, मनीराम ओझा, पवन शारद, लाधूराम थालोड़, किशनलाल जसू, हनुमानसिंह, रावताराम सारस्वा, पूर्णाराम पंच सहित युवा संघर्षी प्रहलाद रांकावत, गणेश रांकावत, लक्ष्मीनारायण ओझा, रामप्रताप गर्वा, जगदीश ओझा, हनुमान जसू, विक्रम सिंह, हरी गोदारा, महेंद्र तेतरवाल, कालूराम धायल, इमीलाल जसू, भंवरलाल राजेरा, हेमाराम जसू, ताराचंद प्रजापत, राजेन्द्र ओझा, जयप्रकाश आदि समेत सैकड़ों की संख्या में लोग स्वागत में शामिल रहे। रेल सलाहकार समिति बीकानेर के सदस्य
कंवरलाल सेठिया, सूरतगढ़ से संघर्ष समिति के ललित शर्मा, आसपास के जन प्रतिनिधि सहित क्षेत्र के सामाजिक संगठन भी शामिल हुए।
“मीटर गेज से ब्रॉडगेज में तब्दील हुई रेल लाइनों से पहले अर्जनसर का स्टेशन आसपास के तीन दर्जन गांवों का बेहद आबाद केंद्र था। ब्रॉडगेज के बाद गाड़ियों के स्टॉपेज का संकल्प वर्ष 1996 से शुरू होकर आज सिद्धि तक पहुंचा है। बीते दशकों में राजनैतिक और प्रशासनिक प्रयास के बावजूद सफलता नहीं मिलने से लोग त्रस्त थे। रेल विभाग और प्रतिनिधियों से सतत संपर्क के बाद मिली यह सफलता अपार संभावनाओं के द्वार खोलने वाली है। सभी सहयोगियों का हृदय से साधुवाद ज्ञापित करते हैं”
शिवरतन शर्मा पूर्व उपप्रधान एवम् सदस्य डीआरयूसीसी बीकानेर


