



द खबर एक्सप्रेस 06 दिसम्बर 2023। आज भारतीय संविधान निर्माता बाबा साहेब भीमराव आंबेडकर का महापरिनिर्वाण दिवस है। श्रीडूंगरगढ़ विधायक ताराचन्द सारस्वत ने डॉ आंबेडकर को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए बताया कि वे बहुत बड़े अर्थशास्त्री, न्यायविद, राजनीतिज्ञ, समाज सुधारक और राजनीतिक नेता थे। उन्होंने दलितोद्धार के लिए काफी काम किया। वे समाज से भेदभाव को खत्म करना चाहते थे। उन्होंने दलित बौद्ध आंदोलन के लिए लोगों को प्रेरित किया और समाज में अछूतों को लेकर हो रहे भेदभाव के विरुद्ध अभियान चलाया था। उन्होंने हमेशा श्रमिकों, किसानों और महिलाओं के अधिकार के बारे में बात की।
श्रीडूंगरगढ़ के सेंट्रल नोटेरी डॉ चंद्रप्रकाश बारूपाल ने श्रीडूंगरगढ़ के आंबेडकर सामुदायिक भवन सरदारशहर रोड में बाबा साहेब की प्रतिमा पर श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए कहा कि बाबा साहेब सदैव दबे-कुचले और शोषित वर्ग की आवाज़ बने थे। बाबा साहेब हमेशा से ही ऊंच-नीच, छुआ-छूत का विरोध करते रहे थे। उन्होंने शिक्षा पर बल दिया था और समाजोत्थान की बात कही थी। मदनलाल मेघवाल लिखमादेसर, सहीराम मेघवाल सहित अनेक सामाजिक कार्यकर्ता उपस्थित रहे।

बाबा साहेब डॉ भीमराव अम्बेडकर जी के 67वें महापरिनिर्वाण दिवस के उपलक्ष में अंबेडकर भवन बिग्गा में युवाओं ने बाबा साहेब को याद किया व श्रद्धांजलि अर्पित कि इस दौरान दिल्ली पुलिस के मुनिराम बारूपाल, छगनलाल, कैलाश बारुपाल, अनाराम मेघवाल व सुनील चौहान ने अपने विचार रखे व शिक्षा पर जोर देने का संकल्प लिया।
रामचंद्र बारूपाल, लालाराम चिनिया, अशोक बारूपाल, छगन चिनिया, मुन्निराम बारूपाल, अर्जुन चौहान, राजूराम मेहरा,अन्नाराम तिङदिया, राजूराम चिनिया, सुनील चौहान, संदीप रैगर, टिकुराम आजाद, जीतू चिनिया, पूनमचंद बारूपाल, कालूराम बारूपाल, सुरेंद्र चौहान, नेमीचंद चौहान, ओमप्रकाश चौहान, तेजकरण बारूपाल, खेताराम चौहान, कैलाश बारूपाल, राजकुमार चौहान, भीखाराम परिहार, भैराराम बारूपाल, गोपाल चिनिया, राजूराम चिनिया, राधेश्याम आजाद,बाबूलाल चिनिया,विजय बारूपाल,बाबूलाल, सहित अनेक युवा मौजूद रहे

बीसूका सदस्य एवं श्रीडूंगरगढ़ के युवा कांग्रेसी नेता विमल भाटी ने बाबा साहेब के महापरिनिर्वाण दिवस पर याद करते हुए कहा कि आज के परिपेक्ष्य में बाबा साहेब की शिक्षाएं विचारणीय है। उनके द्वारा बताये गए मार्ग पर चलकर ही शोषित वर्ग का उत्थान किया जा सकता है। बाबा साहेब की शिक्षाओं को आत्मसात करने की जरूरत है।
श्रीडूंगरगढ़ कस्बे की अम्बेडकर कॉलोनी में भारतीय संविधान निर्माता डॉ. बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर जी को उनके परिनिर्वाण दिवस पर पुष्प अर्पित कर याद किया गया। भीम आर्मी तहसील अध्यक्ष संदीप जयपाल ने कहा कि बाबासाहेब ने महिलाओं, मजदूरो और दलितो को समानता और हक अधिकार दिलाने के लिए जीवन भर संघर्ष किया। इस दौरान युवा संगठन के श्रवण, सुरेश भादर, राकेश, सुखराम, विक्रम, श्रवण आदि ने बाबासाहेब को पुष्पांजलि देकर उन्हें याद किया।

क्षेत्र की श्री बच्छराज पाठशाला में विद्यालय के प्रधानाचार्य नानूराम मेघवाल और अध्यापक सुनील कुमार, संदीप जयपाल, अशोक फुलवारिया और बच्चो द्वारा बाबासाहेब के महापरिनिर्वाण दिवस पर उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर याद किया। अध्यापकों ने बाबासाहेब के जीवनी के बारे में छात्रों को बताया। बच्चो ने भी संविधान और भीमराव अम्बेडकर जी के बारे में जानकारी दी। विद्यालय की छोटी बालिकाओं दीपिका और उर्मिला ने अम्बेडकर जी की डिग्रियों के बारे में जानकारी दी। सभी विद्यार्थियों ने उनके शिक्षा के प्रति विचारों को अपने जीवन में ढालने की प्रेरणा ली।


